एएम नाथ। सोलन : मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा कि वह किसी भी कीमत पर प्रदेश की संपदा को लुटने नहीं देंगे। सोमवार को सोलन के गांधीग्राम में स्थित एक निजी होटल में राष्ट्रीय ट्रक और बस मीट के दौरान पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि शानन प्रोजेक्ट का मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और उन्होंने अपना हक मांगा है।
एडवोकेट कपिल सिब्बल हिमाचल का पक्ष रख रहे हैं। पूर्व सरकार ने हिमाचल की संपदा को बचाने के लिए गंभीरता से काम नहीं किया। कांग्रेस ने अपनी योजनाओं को बदला है और पिछली सरकारों ने जो गलत किया, उसकी लड़ाई लड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि शानन प्रोजेक्ट के मामले में किसी की बयानबाजी से कुछ नहीं होगा। वह कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह सिर्फ शानन प्रोजेक्ट की बात नहीं है, बल्कि दूसरे प्रोजेक्ट्स में भी इसी तरह के कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि हिमाचल के पास पानी सबसे बड़ी संपदा के तौर पर है। प्रदेश को इसका हक मिलना चाहिए। जबकि इसका लाभ दूसरी कंपनियों को हुआ है। आज एसजेवीएनएल 67 हजार करोड़ रुपये की कंपनी बन गई, जबकि प्रदेश 58 हजार करोड़ के बजट पर ही रह गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋण लेना एक सामान्य प्रक्रिया है और सभी सरकारें ऋण लेती हैं। जीडीपी के अनुसार ही यह ऋण मिलता है। वहीं पाकिस्तान के मुद्दे पर पूछे गए सवाल में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देशानुसार पाकिस्तानी नागरिक नियमानुसार प्रदेश को छोड़ दें।