नई दिल्ली : दिल्ली । दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग हो चुकी है। जनता ने किसे अपना प्रतिनिधि चुना है इसका फैसला शनिवार 8 फरवरी को सबके सामने आ जाएगा।
उससे पहले ज्यादातर एग्जिट पोल के अनुमानों में भाजपा सरकार बन रही है। वहीं नई दिल्ली विधानसभा सीट पर सबकी नजरे हैं। इसकी वजह है यहां से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार- पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पूर्व सीएम के बेटे और पूर्व भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा और पूर्व सीएम के बेटे और पू्र्व सांसद संदीप दीक्षित। इस सीट पर त्रिकोणी
20 हजार वोटों से हार सकते हैं केजरीवाल
विधानसभावार नतीजों को लेकर एग्जिट पोल ने यूं तो कोई भविष्यवाणी नहीं की है, लेकिन दावा किया जा रहा है कि नई दिल्ली विधानसभा सीट से आप के राष्ट्रीय संयोजक और भाजपा उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के बीच कांटे की टक्कर होने की उम्मीद है। JVC एग्जिट पोल ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल इस सीट से बीजेपी के प्रवेश वर्मा से हार रहे हैं। पूर्व सीएम के करीब 20,000 वोटों के अंतर से चुनाव हारने की उम्मीद है। हालांकि, असल तस्वीर शनिवार 8 फरवरी को साफ हो जाएगी, जब चुनाव आयोग नतीजों की घोषणा करेगा।
नई दिल्ली देती रही है दिल्ली को सीएम
ज्यादातर एग्जिट पोल के नतीजों में राजधानी में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने का अनुमान लगाया गया है, जबकि आप पीछे रह गई है। हालांकि, सट्टा बाजार ने भविष्यवाणी की है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) सरकार बनाएगी। नई दिल्ली विधानसभा सीट का राजधानी में मुख्यमंत्री बनाने का लंबा इतिहास रहा है। अरविंद केजरीवाल ने 2013 में दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित को हराकर राजधानी के मुख्यमंत्री बने थे। अरविंद केजरीवाल पिछले तीन कार्यकाल से इस सीट पर जीतते आ रहे हैं और वे चौथी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सीएम शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है।