अंबाला : हरियाणा के अंबाला में एफसीआई कर्मचारी को हनीट्रैप में फंसा 10 लाख रुपए की सौदेबाजी करने के मामले में महेश नगर थाना प्रभारी भी संलिप्त पाए गए हैं। आरोपी एसएचओ सुभाष कुमार थाना छोड़कर फरार हो चुका है। एसपी जशनदीप सिंह रंधावा ने इंस्पेक्टर सुभाष कुमार को सस्पेंड कर दिया है। इस मामले में बनाई एसआईटी ने शिकायतकर्ता मनोज कुमार की पत्नी (बैंक मैनेजर) समेत 3 महिलाओं को गिरफ्तार किया है। वहीं एसआईटी आरोपी एसएचओ और अंबाला कैंट के निवारा रामबाग रोड निवासी गौरव उर्फ गुरप्रताप की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे जा रही है। पुलिस ने शिकायतकर्ता की पत्नी को कोर्ट में पेश करके एक दिन के रिमांड पर लिया है।
मामला यह है : एफसीआई में तैनात मनोज कुमार का दिसंबर 2021 में दिल्ली से अंबाला सिटी में ट्रांसफर हुआ था। मनोज कुमार ने सेक्टर-9 एरिया में किराए पर मकान लिया था। सितंबर 2022 को रवनीत कौर मनोज के घर आई थी, जिसने किराए पर कमरा लेने की बात कही थी, लेकिन मनोज कुमार ने मना कर दिया था। इसके बाद रवनीत कौर ने सेक्टर-9 पुलिस थाना में शिकायत सौंप मनोज के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराया था। पुलिस पूछताछ में मनोज ने खुद को निर्दोष बताया था। जांच में मामला झूठा पाया गया। इतना ही नहीं, इस केस में मनोज की बैंक मैनेजर पत्नी,एसएचओ महेश नगर सुभाष समेत अन्य लोगों की संलिप्तता भी पाई गई।
कोर्ट में चल रहा केस :
मनोज कुमार ने खुद को निर्दोष साबित करते हुए 18 अक्टूबर को थाना सेक्टर-9 अंबाला सिटी में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया कि 12 अक्टूबर को आरोपी रवनीत कौर ने अन्य लोगों के साथ मिलकर रुपए ऐंठने की नीयत से झूठा मुकदमा दर्ज करा जान से मारने की धमकी दी। एसआईटी ने मामले की गहनता से जांच करते हुए हनीट्रैप का खुलासा किया। बताया गया कि मनोज कुमार और उसकी पत्नी प्रीति का कोर्ट में तलाक का केस चल रहा है।
मनोज को मिली थी क्लीन चिट :
पुलिस ने मनोज को तो क्लीन चिट दे दी, लेकिन झूठा केस दर्ज कराने वाली आरोपी रवनीत कौर को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में रवनीत ने अपनी साथी सुखप्रीत का नाम बताया, जिसके बाद सामने आया कि आरोपियों ने यमुनानगर में इसी तरह का एक मामला दर्ज करा रखा है। पुलिस ने सुखप्रीत को गिरफ्तार किया, तो उसने आगे मनोज की पत्नी प्रीति का नाम उगल दिया। प्रीति चंडीगढ़ के एक बैंक में मैनेजर है। अब पुलिस मास्टरमाइंड गौरव और इंस्पेक्टर सुभाष की तलाश में जुटी है।
मनोज की पत्नी के साथ एसएचओ की है दोस्ती :
सुभाष की मनोज की पत्नी प्रीति के साथ दोस्ती की बात जांच में सामने आई। प्रीति ने इंस्पेक्टर सुभाष के जरिए मनोज कुमार के खिलाफ रेप का झूठा केस दर्ज कराया। जब पुलिस ने आरोपी प्रीति को गिरफ्तार किया तो इसी भनक लगते ही इंस्पेक्टर सुभाष सरकारी नंबर मुंशी को पकड़ा कर फरार हो गया।
पहले दर्ज झूठे रेप के केस से भी शामिल: यमुनानगर के महिला थाने में भी सुखप्रीत ने एक बड़े कारोबारी के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था। आरोपी कारोबारी का प्रॉपर्टी को लेकर उसके सगे भाई के साथ विवाद चल रहा है। उसने ही हनीट्रैप में फंसाने के लिए सुखप्रीत समेत अन्य लोगों के साथ मिलकर कारोबारी के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
उस समय इंस्पेक्टर सुभाष मुलाना थाने में एसएओ तैनात था। किसी न किसी तरह सुभाष ने इस मामले की जांच मुलाना थाने में ट्रांसफर करा ली थी। सुभाष का महेश नगर थाने में ट्रांसफर होने के बाद मामले की जांच भी महेश नगर थाने एसएचओ के पास पहुंच गई थी। पुलिस अभ दोनों मामले में गहनता से जांच कर रही है।