गढ़शंकर, 19 जनवरी : गांव रामपुर बिल्डों में कल शनिवार को जब जमीन के मामले में कोर्ट का आदेश पर अमनदीप सिंह रंधावा को घर का कब्जा दिलाने पहुंचे प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों का गांव के करीव 250 लोगों दुआरा विरोध करने, ट्रालियां लगा मार रास्ता रोकने और तेजधार हथियार व ईंटें रोड़े रख मारने की नीयत के आरोपों तहत गढ़शंकर पुलिस ने नायब तहसीलदार जगपाल सिंह के ब्यानों पर मामला दर्ज कर लिया है।
उलेखनीय है कि कल शनिवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प भी हुई और लोगों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा था। इसके बावजूद लोगों के भारी विरोध के कारण अधिकारियों व पुलिस को बिना कब्जा दिलाए ही वापस लौटना पड़ा था।
पुलिस को नायब तहसीलदार गढ़शंकर जगपाल सिंह दुआरा दिए बयानों में बताया कि उन्हें सब डिवीजनल ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट गढ़शंकर की अदालत के आदेशों को लागू करवाने के लिए जिला मजिस्ट्रेट होशियारपुर द्वारा कब्जा दिलाने संबंधी ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। जिसके लिए वह अमनदीप सिंह रंधावा पुत्र अजीत सिंह रंधावा निवासी जालंधर, एसएचओ गढ़शंकर बलजिंदर सिंह समेत पुलिस पार्टी, जसप्रीत सिंह डीएसपी गढ़शंकर, मेजर सिंह एसपी जिला होशियारपुर, बेफल पार्टी मेंबर विनोद कुमार तथा राजकुमार डडवाल समेत रामपुर बिल्ड़ों में कब्जे वाली जगह से थोड़ा पीछे पहुंचे, जहां गांव के करीब 250 पुरष व महिलाए गली तथा घरों की छतों पर मौजूद थे। उन्होंने गली में दो ट्रालियां लगाकर रास्ता रोका हुआ था तथा छतों पर लोगों ने हमारे तथा पुलिस पार्टी पर हमला करने के लिए मार देने की नीयत से इंट-रोड़े, तेजधार हथियार रखे हुए थे। इन लोगों ने कब्जे वाली जगह में जाने से रोका तथा पुलिस पार्टी के साथ धक्का मुक्की भी की और सरकारी ड्यूटी में बिघन डाला। इस संबंधी मौके पर ड्रोन कैमरे से वीडियोग्राफी की गई है। उन्होंने बताया कि अदालत के हुकमों मुतावक कब्जे वाली जगह में जाने से रोक कर माननीय अदालत के हुकमों की भी उल्लंघना की है। पुलिस ने सरकारी ड्यूटी में विघ्न डालने, अदालती हुकमों की उल्लंघन करने व अन्य आरोपों के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराधिक धारा 221, 132, 191(3), 190 भारतीय न्याय संहिता तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही आरंभ कर दी है।
अमनदीप सिंह रंधावा : कुल 18 मरले जमीन है और वहां फेंसिंग हुई है। माननीय अदालत के आदेशों पर कब्जा प्रशासन दिलाने के लिए मेरे साथ गया था। लेकिन वहां पर लोगों ने जबरी कब्जा नही लेने दिया गया। अब प्रशासन जो कारवाई करेगा। उसके बाद ही मैं कुछ बता सकता हूँ। एफआईआर दर्ज हुई है जा नही मुझे अभी तक पता नही।