नई दिल्ली : राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोपों के जवाब में हुई मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। कांग्रेस ने कहा है कि राहुल गांधी से तो एफिडेविट मांगा जाता है, लेकिन बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर से नहीं।
चुनाव आयोग प्रमुख ने रविवार को एक लंबी प्रेस वार्ता में राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं द्वारा गत दिनों में कथित वोट चोरी और चुनावों में धांधली के आरोपों को खारिज करते हुए हफ्तेभर में हलफनामा दाखिल करने या फिर देश से माफी मांगने के लिए कहा था।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मुख्य चुनाव आयुक्त पर निशाना साधते हुए कहा, ”देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार गुप्ता ने प्रेस वार्ता की, लेकिन उनके शब्द और उनकी स्क्रिप्ट बीजेपी वाली थी। नेता विपक्ष राहुल गांधी ने वोट चोरी और एसआईआर को लेकर कई सवाल किए, लेकिन आपने जवाब नहीं दिया। चुनाव आयोग ने जिन लोगों को मृत घोषित कर दिया, वो राहुल गांधी जी के साथ चाय पी रहे थे।” कांग्रेस ने पूछा, ”ज्ञानेश जी बताएं, अगर CCTV फुटेज से प्राइवेसी भंग हो जाएगी, तो CCTV क्यों है? आप राहुल जी से एफिडेविट मांगते हैं, लेकिन अनुराग ठाकुर से क्यों नहीं? ज्ञानेश कुमार गुप्ता जी, हम नहीं बल्कि नरेंद्र मोदी आपके कंधों पर बंदूक रखकर लोकतंत्र की हत्या कर रहे हैं। हमारा आग्रह है- इस हत्या में भागीदार मत बनिए।”
न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ से बात करते हुए, पवन खेड़ा ने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा, “जो लोग गलत करते हैं वे डरे हुए हैं… भारत के लोकतंत्र पर हमला करने वालों को डरना ही होगा। हम भारत के संविधान को बचाने के लिए हैं… जब आपका मालिक डरने लगेगा, तो आप (भारत का चुनाव आयोग) भी डर जाएंगे।” कांग्रेस नेता ने चुनाव आयोग की भी आलोचना की और आरोप लगाया कि आयोग पार्टी द्वारा उठाई गई प्रमुख चिंताओं का जवाब देने में विफल रहा। उन्होंने आगे कहा, “जिन्हें (चुनाव आयोग द्वारा) मृत घोषित कर दिया गया था, वे लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के साथ चाय पी रहे थे। क्या उन्हें शर्म नहीं आई?… उन्हें हमारे द्वारा उठाए गए सवालों का जवाब देना चाहिए।”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद अनुराग ठाकुर का जिक्र करते हुए, खेड़ा ने सवाल किया कि उन्हें कथित तौर पर छह लोकसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची के आंकड़ों तक कैसे पहुंच मिली। उन्होंने कहा, “भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर के पास छह दिनों के भीतर छह लोकसभा सीटों की मतदाता सूची का डेटा कैसे आ गया? हमारे पास जवाब नहीं है। फिर उन्हें अनुराग ठाकुर के खिलाफ शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्हें यह कैसे मिला? क्या उन्होंने भाजपा के अनुराग ठाकुर को नोटिस दिया है? वह भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहे हैं।” इससे पहले, दिन में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने डुप्लिकेट मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीसीआई) के मुद्दे पर स्पष्टीकरण देते हुए आश्वासन दिया कि चुनाव आयोग ने ऐसे मामलों का समाधान करते हुए मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाए हैं।
