अब तक जिले में 23991 लाभार्थी ले चुके हैं 18,81,47,669 रुपए के इलाज की सुविधा
योजना के अंतर्गत लाभार्थी परिवार को वार्षिक 5 लाख रुपए तक सरकारी व सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पताल में हैं कैशलैस इलाज की सुविधा
होशियारपुर, 15 फरवरी:
पंजाब सरकार की ओर से आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत योज्य लाभार्थियों के ई-कार्ड बनाने की सुविधा को और तेज किया जाए ताकि सभी योज्य लाभार्थी इस सुविधा का लाभ ले सकें। यह निर्देश डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने आज जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स में इस योजना से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए दिए। इस दौरान उनके साथ अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर(सामान्य) अमित कुमार पांचाल भी मौजूद थे।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि यह योज्य लाभार्थियों के लिए बेहद फायदेमंद योजना है और इस योजना के अंतर्गत पंजीकृत परिवार के किसी भी व्यक्ति का वार्षिक 5 लाख रुपए तक कैशलैस इलाज सरकारी व सूचीबद्ध प्राइवेट अस्पतालों में करवाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत जिले में 2,12,264 परिवार है और जिनमें से 1,20,143 परिवारों का ई-कार्ड बनवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिले में अब तक 23,991 लाभार्थी इस योजना के अंतर्गत 18,81,47,669 रुपए के इलाज की सुविधा ले चुके हैं। उन्होंने बताया कि ई-कार्ड बनाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से जरुरतमंदों तक पहुंच को यकीनी बनाया जाए व अग्रिम तौर पर जागरुकता पैदा की जाए। उन्होंने बताया कि कोई भी योज्य लाभार्थी अपने दस्तावेज ले जाकर अपनी रजिस्ट्रेशन करवा सकता है, जिसके अंतर्गत स्मार्ट राशन कार्ड लाभार्थी अपने आधार कार्ड या राशन कार्ड, छोटे व्यापारी अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड या पैन कार्ड, जे-फार्म धारक व छोटे किसान अपने आधार कार्ड या राशन कार्ड, निर्माण कल्याण बोर्ड के अंतर्गत रजिस्टर्ड मजदूर अपने आधार कार्ड, राशन कार्ड या रजिस्ट्रेशन कार्ड व पीले कार्ड और पिंक कार्ड धारक पत्रकार अपना आधार कार्ड या पीला, पिंक पहचान पत्र लेकर अपने ई-कार्ड बनाने के लिए निकटतम सेवा केंद्रों में कामकाज वाले किसी भी दिन आकर बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि कार्ड बनाने वाली संबंधित एजेंसी सी.एस.सी व वीडाल कंपनी के प्रतिनिधियों की ओर से इस कार्ड के लिए मात्र 30 रुपए फीस लेकर यह सुविधा उपलब्ध करवाई जा रही है।
अपनीत रियात ने ई-कार्ड संबंधी अब तक हुए प्रयासों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने विभाग से जुड़े लाभार्थियों को ई-कार्ड बनवाने संबंधी प्रक्रिया को गंभीरता से लें। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को हिदायत करते हुए कहा कि वे एस.डी.एम्ज से संपर्क रखें ताकि शहरों व गांवों में ई-कार्ड बनाने वाली एजेंसी सी.एस.सी व वीडाल के माध्यम से लाभार्थी तक इस योजना के बारे में जागरुकता फैलाई जा सके व अधिक से अधिक जरुरतमंदों के ई-कार्ड बनवाए जा सकें।
डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि टाइप-1 जिला प्रबंधकीय कांप्लेक्स के सेवा केंद्रों में 17 फरवरी से सभी योज्य लाभार्थियों के आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के ई-कार्ड बनवाए जा सकते हैं जबकि जिले के टाईप-2 सेवा केंद्रों जिनमें गढ़शंकर, माहिलपुर, दाना मंडी सेवा केंद्र होशियारपुर, आई.टी.आई हरियाना सेवा केंद्र, सब तहसील गढ़दीवाला सेवा केंद्र, दसूहा तहसील कांप्लेक्स सेवा केंद्र, सब डिविजन कांप्लेक्स मुकेरियां सेवा केंद्र, कम्यूनिटी सैंटर हाजीपुर सेवा केंद्र, सब-तहसील कांप्लेक्स तलवाड़ा सेवा केंद्र, सब तहसील कांप्लेक्स टांडा सेवा केंद्र में सभी योज्य लाभार्थी 22 फरवरी से ई-कार्ड बनवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा ई-कार्ड बनाने वाली कंपनी की ओर से भी अलग-अलग स्थानों पर जाकर कैंप लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि योज्यता की जांच के लिए वैबसाइट 222.ह्यद्धड्ड.श्चह्वठ्ठद्भड्डड्ढ.द्दश1.द्बठ्ठ पर जाएं और पूछे गए अपने आधार कार्ड व अन्य पहचान पत्र नंबर को भर कर चैक कर लें। इस मौके पर एस.डी.एम. होशियारपुर अमित महाजन, एस.डी.एम. मुकेरियां अशोक कुमार, एस.डी.एम. गढ़शंकर हरबंस सिंह, एस.डी.एम. दसूहा रणदीप सिंह हीर के अलावा अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
जिले के 15 प्राइवेट अस्पताल है सूचीबद्ध
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों के अलावा जिले के 15 प्राइवेट अस्पताल आयुष्मान भारत सरबत सेहत बीमा योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध किए गए हैं। इन अस्पतालों में धामी अस्पताल, आई.वी.वाई अस्पताल, नारद अस्पताल, पी.आर.के.एम मार्डन अस्पताल, पब्लिक अस्पताल, रमनप्रीत अस्पताल, रिशी आई. केयर सैंटर, आर.आर.एम. सैंट्रल अस्पताल, एस.बी. आई. केयर अस्पताल, शिवम अस्पताल, स्वामी परमानंद चैरीटेबल अस्पताल, थिंद आई. अस्पताल, एडवांस आई. केयर. सैंटर दसूहा, अमन अस्पताल, यूनिवर्सल अस्पताल शामिल है।