डिप्टी कमिश्नर ने कहा जिला अस्पताल सहित चार प्राइवेट अस्पतालों में किया जा रहा है कोविड मरीजों का इलाज
जिले के अस्पतालों में लैवल दो के 173 व लैवल तीन के 25 बैड मौजूद, लोगों की सुविधा के लिए रोजाना फेसबुक व ट्विटर पर दी जा रही है खाली बैडों की जानकारी
मरीजों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई.वी.वाई में भेजे गए 4 वैंटीलेटर
होशियारपुर, 29 अप्रैल :
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी लोगों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए लगातार प्राइवेट अस्पतालों के साथ संपर्क कर बैडों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में इस समय कोविड मरीजों केइलाज के लिए लैवल दो के 150 थे और अब शिवम अस्पताल होशियारपुर में लैवल दो के लिए 23 बैड्स को शामिल किया गया है और अब जिले में लैवल दो के बैडों की संख्या बढक़र 173 हो जाएगी। इसके अलावा जिले में लैवल तीन के 25 बैड है। उन्होंने कहा कि जिले में बैडों की संख्या के बारे में रोजाना जिला लोक संपर्क कार्यालय के फेसबुक पेज, ट्वीटर पर जानकारी सांझी की जाती है ताकि लोगों को पता चल सके कि किस अस्पताल में कितने बैड खाली है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में जिला अस्पताल होशियारपुर, रवजोत अस्पताल होशियारपुर, आई.वी.वाई अस्पताल होशियारपुर, अमन अस्पताल होशियारपुर व पी.आर.के.एम मार्डन अस्पताल होशियारपुर ही कोविड मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल तक इन सभी अस्पतालों में लैवल दो के 23 व लैवल तीन के 10 बैड खाली है। जिनमें से जिला अस्पताल होशियारपुर के लैवल दो के 10 व लैवल तीन के 6 बैड, आई.वी.वाई. में लैवल दो के 7 व लैवल तीन का 1 बैड, अमन अस्पताल में लैवल दो के 2 बैड व पी.आर.के.एम मार्डन अस्पताल में लैवल दो 4 व लैवल तीन के 3 बैड खाली हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई.वी.वाई. अस्पताल के लिए चार वैंटीलेटर दिए गए हैं, जिससे कोविड के मरीजों के इलाज के लिए और सुविधा मिलेगी।
अपनीत रियात ने बताया कि जिले में कोविड संबंधी दवाईयों, सामग्री व आक्सीजन की सप्लाई व वितरण की निगरानी के लिए जिला स्तर पर टीमें पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड इलाज संबंधी इंजेक्शन रेमडेसिवर की कमी को देखते हुए भी जिला स्तर पर टीम बनाई गई है जो कि कैमिस्ट व अस्पतालों के पास इसकी उपलब्धता व सप्लाई को मानिटर कर रही है ताकि इसकी जमाखोरी व काला बाजारी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति कोविड इलाज संबंधी सामग्री की जमाखोरी व कालाबाजारी करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिले के अस्पतालों में लैवल दो के 173 व लैवल तीन के 25 बैड मौजूद, लोगों की सुविधा के लिए रोजाना फेसबुक व ट्विटर पर दी जा रही है खाली बैडों की जानकारी
मरीजों की सुविधा को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई.वी.वाई में भेजे गए 4 वैंटीलेटर
होशियारपुर, 29 अप्रैल :
डिप्टी कमिश्नर अपनीत रियात ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों के इलाज के लिए कोई कमी नहीं आने दी जाएगी लोगों की सुविधा को मद्देनजर रखते हुए लगातार प्राइवेट अस्पतालों के साथ संपर्क कर बैडों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। उन्होंने बताया कि जिले में इस समय कोविड मरीजों केइलाज के लिए लैवल दो के 150 थे और अब शिवम अस्पताल होशियारपुर में लैवल दो के लिए 23 बैड्स को शामिल किया गया है और अब जिले में लैवल दो के बैडों की संख्या बढक़र 173 हो जाएगी। इसके अलावा जिले में लैवल तीन के 25 बैड है। उन्होंने कहा कि जिले में बैडों की संख्या के बारे में रोजाना जिला लोक संपर्क कार्यालय के फेसबुक पेज, ट्वीटर पर जानकारी सांझी की जाती है ताकि लोगों को पता चल सके कि किस अस्पताल में कितने बैड खाली है।
डिप्टी कमिश्नर ने बताया कि जिले में जिला अस्पताल होशियारपुर, रवजोत अस्पताल होशियारपुर, आई.वी.वाई अस्पताल होशियारपुर, अमन अस्पताल होशियारपुर व पी.आर.के.एम मार्डन अस्पताल होशियारपुर ही कोविड मरीजों का इलाज कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल तक इन सभी अस्पतालों में लैवल दो के 23 व लैवल तीन के 10 बैड खाली है। जिनमें से जिला अस्पताल होशियारपुर के लैवल दो के 10 व लैवल तीन के 6 बैड, आई.वी.वाई. में लैवल दो के 7 व लैवल तीन का 1 बैड, अमन अस्पताल में लैवल दो के 2 बैड व पी.आर.के.एम मार्डन अस्पताल में लैवल दो 4 व लैवल तीन के 3 बैड खाली हैं। उन्होंने बताया कि मरीजों की सुविधा के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से आई.वी.वाई. अस्पताल के लिए चार वैंटीलेटर दिए गए हैं, जिससे कोविड के मरीजों के इलाज के लिए और सुविधा मिलेगी।
अपनीत रियात ने बताया कि जिले में कोविड संबंधी दवाईयों, सामग्री व आक्सीजन की सप्लाई व वितरण की निगरानी के लिए जिला स्तर पर टीमें पैनी नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड इलाज संबंधी इंजेक्शन रेमडेसिवर की कमी को देखते हुए भी जिला स्तर पर टीम बनाई गई है जो कि कैमिस्ट व अस्पतालों के पास इसकी उपलब्धता व सप्लाई को मानिटर कर रही है ताकि इसकी जमाखोरी व काला बाजारी को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति कोविड इलाज संबंधी सामग्री की जमाखोरी व कालाबाजारी करता पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।