पंजाब में संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर हुई तोड़फोड़ के मामले ने तूल पकड़ लिया है। अमृतसर में रविवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर एक युवक को डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद आरोपी की मां ने उसकी हरकत की निंदा करते हुए कहा कि उसके परिवार के सदस्य अब युवक के संपर्क में नहीं हैं।
धरमकोट में मीडिया से बात करते हुए आकाशदीप की मां आशा रानी जो घरेलू सहायिका के रूप में काम करती हैं, उन्होंने कहा, “जब मैं काम से लौटी तो गांव की कुछ महिलाओं ने मुझे बताया कि मेरे बेटे को एक अपराध के लिए गिरफ़्तार किया गया है। उन्हें अपने फ़ोन पर समाचार अपडेट से यह पता चला।
दुबई गया था अंबेडकर की प्रतिमा तोड़ने का आरोपी : आरोपी की मां ने बताया कि आकाशदीप अविवाहित है और उसने केवल 12वीं कक्षा तक ही पढ़ाई की है। आशा रानी ने बताया, “आकाश तीन साल पहले दुबई में मजदूरी करने के लिए घर से चला गया था। हमने उसे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए वहां भेजा था। उसने हमसे सारे रिश्ते खत्म कर लिए थे और कहा था कि अगर उसके माता-पिता मर भी गए तो भी वह घर नहीं लौटेगा। दुबई से लौटने के बाद वह अमृतसर में किराए के कमरे में रहने लगा। दुबई से लौटने के बाद वह हमसे कभी नहीं मिला।”
उन्होंने कहा कि परिवार को नहीं पता कि उसका किसी संगठन या राजनीतिक दल से कोई संबंध है या नहीं। उन्होंने कहा, “हम उसके कृत्य की कड़ी निंदा करते हैं। उसने बहुत बड़ी गलती की है और हम इसे स्वीकार करते हैं लेकिन पहले वह ऐसा नहीं था। पिछले दो-तीन सालों में उसने अपने बाल और दाढ़ी बढ़ा ली है।”
आकाशदीप का परिवार धर्मकोट कस्बे के चुग्गा रोड पर रहता है। उसके पिता खेत में मजदूर के तौर पर काम करते हैं। उनकी बहन मस्कट में काम करती है और दो छोटे भाई पढ़ाई कर रहे ।
क्या है मामला? रविवार को गणतंत्र दिवस पर पंजाब के मोगा जिले के धर्मकोट निवासी आकाशदीप सिंह (24 साल) ने बी आर अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने की कोशिश में हथौड़ा लेकर उसके पास रखी सीढ़ी पर चढ़ गया । उसने कथित तौर पर मूर्ति के नीचे रखी संविधान की मूर्ति को भी नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। कोतवाली पुलिस ने आकाशदीप को गिरफ्तार कर उसका बयान दर्ज किया।