पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने असीम मुनीर और शहबाज शरीफ के खिलाफ बड़ा दांव खेल दिया है. इमरान ने यह दांव भारत का नाम लेकर खेला है. कहा जा रहा है कि अगर इमरान खान का यह दांव सफल होता है तो पाकिस्तान की सियासत में बड़ा खेल हो जाएगा।
पाकिस्तानी अखबार एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक आदियाला जेल से इमरान खान ने एक साथ 2 संदेश भेजा है. पहला संदेश उन्होंने अपने दोनों बेटे को भेजा, जो वर्तमान में लंदन में मौजूद हैं. दूसरा संदेश पाकिस्तान के उन पत्रकारों को भेजा, जो इमरान के बयान पर खबर लिखते हैं.
पहले जानिए इमरान का क्या है दोनों संदेश?
1. इमरान खान ने कहा कि पाकिस्तान की सरकार सीजफायर पर जश्न मना रही है, लेकिन तनाव में मनोवैज्ञानिक लड़ाई लड़ने में सरकार विफल रही है. इमरान के मुताबिक जंग के माहौल में 60 प्रतिशत लड़ाई मनोवैज्ञानिक तरीके से लड़ा जाता है.
पूर्व पीएम का कहना है कि भारत ने इसमें बढ़त हासिल कर ली. भारत फिर से अटैक करने की तैयारी में है. यह बात पाकिस्तान के हुक्मरान जानते हुए भी जश्न मना रहे हैं. इमरान ने कहा कि लोगों को इस सरकार के खिलाफ मजबूती से आगे आने की जरूरत है.
2. इमरान खान ने अपना दूसरा संदेश लंदन भेजा. इसमें उन्होंने अपने दोनों बेटे से रिहाई के लिए आवाज उठाने की बात कही. इमरान का संदेश पहुंचते हुए लंदन में बैठे उनके दोनों बेटे सक्रिय हो गए हैं. इमरान के दोनों बेटे ने इंटरव्यू देकर दुनिया के देशों से पाकिस्तान में लोकतंत्र को लेकर हस्तक्षेप करने की मांग की है.
इमरान के दोनों बेटे ने इंटरव्यू में कहा कि पाकिस्तान में लोकतंत्र नहीं है. मुझे अपने पिता को जेल से बाहर लाना है. हम सभी देशों से मदद मांग रहे हैं. दुनिया में पाकिस्तान के नकाब को हटाने का काम करेंगे.
पहली बार इमरान के दोनों बेटे सक्रिय
इमरान खान के जेल जाने के बाद पहली बार उसके दोनों बेटे को सक्रिय भूमिका निभाते देखा गया है. इमरान के दोनों बेटे ने पिता के लिए लंबी लड़ाई लड़ने की बात कही है.
कहा जा रहा है कि आने वाले वक्त में इमरान के बेटे अभियान चलाएंगे और सोशल मीडिया पर अपने समर्थकों को जोड़कर रखेंगे, जिससे सरकार के खिलाफ विद्रोह खड़ा किया जा सके.
जेल में होने के बावजूद इमरान के समर्थकों की संख्या में कोई बड़ी गिरावट नहीं आई है. इमरान की पार्टी खैबर, सिंध, गिलिगिट जैसे इलाकों में काफी प्रभावी है।