गढ़शंकर – एक तरफ जहां कोरोना से बचाव के लिए सरकारी स्तर पर बड़े पैमाने पर प्रचार प्रसार किया जा रहा है और इससे लोगों को बचाने के लिए रात का कर्फ्यू राज्य में घोषित किया गया है। वहीं दूसरी ओर इस बीमारी से बचने के लिए सरकार ने दिशा निर्देश जारी किए हुए हैं इन दिशा निर्देश के उल्लंघन करने वाले लोगों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए उनका कोविड टेस्ट करने व एक हजार रुपए जुर्माना तक बसूला जा रहा है लेकिन सरकार के सरकारी अदारे ही सरकार द्वारा घोषित निर्देशों का उल्लंघन कर रहे हो तो लोगों में उनके प्रति रोष व्यक्त कर रहे हैं। गढ़शंकर के सरकारी अस्पताल में ही कोविड19 के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है। इसका उदाहरण सिविल अस्पताल है जहां ओपीडी में आने-जाने वाले लोगों से कोरोना के प्रसार को रोकने के लिये लगायी गयी तीन मशीन तो लगी हुई है लेकिन इन तीनो में सेनेटाइजर काफी समय पहले खत्म हो चुका है। वर्तमान में यह मशीन नकारा होकर मात्र शोपीस बन कर दीवार पर लटक रही है। माहिलपुर सिविल अस्पताल व गढ़शंकर सिविल अस्पताल का दौरा किया तो देखा कि माहिलपुर सिविल अस्पताल में लगी सेनेटाइजर की मशीन खराब होने के कारण दीवार से उतार ली गई है और जबकि सिविल अस्पताल गढ़शंकर में लगी तीन मशीनें खाली थी। इस संबंध में एसएमओ डॉ चरनजीत पाल से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जल्द ही इसमें सेनेटाइजर डलवा दिया जायेगा।