तरनतारन। केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब के तीन वार्डन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। सिविल अस्पताल में भर्ती ए श्रेणी के गैंगस्टर करनदीप सिंह उर्फ करन की सुरक्षा में तैनात वार्डन अपनी एक लोडेड राइफल गैंगस्टर के पास छोड़कर घूमने चले गए। कुछ देर बाद गैंगस्टर के तीन साथी वहां पहुंच गए और राइफल पकड़कर मोबाइल से वीडियो बना ली।
इसी दौरान अचानक चेकिंग करने पहुंची पुलिस ने गैंगस्टर व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर राइफल जब्त कर ली। बाद में एक वार्डन को भी पकड़ लिया। दो वार्डन फरार हैं। जिला गुरदासपुर के थाना बहरामपुर के तहत गांव राजपुरचिब निवासी गैंगस्टर करनदीप केंद्रीय जेल गोइंदवाल साहिब में बंद है। पेट में तकलीफ होने पर उसे गत 28 दिसंबर को सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवाया गया।
गैंगस्टर की निगरानी के लिए जेल वार्डन अर्शदीप सिंह, बलविंदर सिंह व अमित शर्मा तैनात थे। बुधवार रात गैंगस्टर को अकेले कमरे में छोड़कर तीनों वार्डन घूमने चले गए। लापरवाही की हद इतनी कि अपनी गोलियों से भरी इंसास राइफल भी गैंगस्टर के पास छोड़ गए। कुछ देर बाद गैंगस्टर से मिलने उसके तीन साथी जशनप्रीत सिंह निवासी गांव रसूलपुर, तरनप्रीत सिंह निवासी नूरदी अड्डा व गुरजतिंदर सिंह निवासी नूरदी अड्डा आए। सभी राइफल के साथ मोबाइल पर वीडियो बनाने लगे। थाना सिटी के एएसआई गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह एएसआई सुखदेव सिंह, हेड कांस्टेबल प्रदीप कुमार व बलविंदर सिंह के साथ अचानक चेकिंग के लिए सिविल अस्पताल पहुंचे। जिस कमरे में गैंगस्टर भर्ती था, वहां कोई वार्डन नहीं दिखा। गैंगस्टर व उसके साथी राइफल के साथ मोबाइल पर वीडियो बना रहे थे। उन्होंने तुरंत राइफल कब्जे में लेकर उच्चाधिकारियों को सूचित किया।
इस पर एसपी (आई) अजयराज सिंह, डीएसपी कमलमीत सिंह रंधावा व थाना सिटी प्रभारी हरप्रीत सिंह विर्क मौके पर पहुंचे। एसपी अजयराज सिंह ने बताया कि ड्यूटी में लापरवाही पर तीनों वार्डनों के साथ ही गैंगस्टर व उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। जेल वार्डन बलविंदर सिंह व अमित शर्मा फरार हैं। वार्डन अर्शदीप सिंह व गैंगस्टर के तीन साथियों से पूछताछ की जा रही है। गैंगस्टर को फिर जेल भेज दिया है।