अमृतसर : संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया कि वे श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 328 पवित्र स्वरूपों के मामले में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करे।
उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार कोई ढिलाई बरतती है तो 15 दिन बाद सिख संगत के नेताओं और वर्करों की सलाह से अगला ठोस कदम उठाया जाएगा। हम पिछले पांच वर्षों से इस मामले के लिए भी शांतिपूर्वक लड़ाई लड़ रहे हैं। वहीं गुरजीत सिंह भी नियमित रूप से संघर्ष कर रहे हैं। उनके साथ बलदेव सिंह सिरसा, सुखदेव सिंह भोजराज, अमरजीत सिंह राही, सतनाम सिंह बागड़िया, हरविंदर सिंह थीडां और अन्य किसान संगठनों के लोग भी मौजूद थे। सिख सद्भावना दल की ओर से भाई गुरवतन सिंह मुकेरियां पंजाब अध्यक्ष, भाई निर्मल सिंह आदि सेवादार मौजूद थे।
जो भी धर्म या श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर हमला करता है उसे मौत की सजा दी जानी चाहिए
प्रेस वार्ता के दौरान डल्लेवाल ने कहा कि किसान मोर्चे के दौरान भाई बलदेव सिंह वडाला से किए गए वादे के अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के सम्मान के लिए व भाईचारे के लिए साथ खड़े हैं। ये हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जो भी किसी धर्म या श्री गुरु ग्रंथ साहिब पर हमला करता है उसे मौत की सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिरोमणि कमेटी के अध्यक्ष या जिम्मेदार लोग सभी समान रूप से दोषी हैं। उन्होंने न केवल इस मामले में देरी की है, बल्कि संगत को गुमराह भी किया है। यदि शिरोमणि कमेटी अध्यक्ष पर हमले के लिए 307 लगा सकती है तो गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी करने वालों पर क्यों नहीं? इन्हें निलंबित क्यों किया जाता है