लुधियाना : पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिद्धू को गणतंत्र दिवस पर आजादी नहीं मिल सकी। उनकी रिहाई के लिए घर में टेंट लगा तैयारियां की गई थीं, जो सब धरी रह गईं। हालांकि, सिद्धू के पटियाला स्थित घर पर उनके समर्थक कांग्रेस नेता जुटे हुए हैं। सिद्धू की रिहाई न होने पर उनकी पत्नी डॉक्टर नवजोत कौर सिद्धू ने गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- नवजोत सिद्धू एक खूंखार जानवर की कैटेगरी में आते हैं। इसी वजह से उन्हें आजादी के 75वें वर्ष में रिहाई की राहत नहीं दी जा रही है। सभी से गुजारिश है कि उनसे दूर रहें।
वहीं सिद्धू की पत्नी डॉक्टर नवजोत कौर की तबियत ठीक न होने पर पूर्व राज्यसभा सांसद शमशेर सिंह दूलो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सिद्धू को आज रिहा न करके आम आदमी पार्टी की सरकार ने धक्केशाही की है। सरकार को नजर आ रहा था कि आज लाखों की गिनती में उनके समर्थक सड़कों पर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा में सिद्धू को शामिल होना था, इस कारण भी सरकार बौखला गई और उन्होंने सिद्धू को रिहा नहीं किया।
शमशेर दूलो ने कहा कि आज जिन लोगों के पास पंजाब प्रदेश कांग्रेस की जिम्मेवारी है उन लोगों को अहंकार में नहीं आना चाहिए। पार्टी के सभी वर्करों का दुख सुख में साथ देना चाहिए। आज जरूरत थी कि कांग्रेसी की सीनियर लीडरशिप भी यहां पहुंचती। वहीं दूलो ने कहा कि पंजाब के सीएम भगवत सिंह मान खुद फैसले लेने में असमर्थ हैं। वह केजरीवाल के रिमोट से चलते हैं। भगवंत मान को पंजाब के लोगों के हित में फैसले करने चाहिए।
नवजोत सिद्धू की रिहाई की चर्चा तब सामने आई, जब उनके वैरिफाइड सोशल मीडिया अकाउंट्स से रूट मैप शेयर किया गया। जिसमें कहा गया कि सिद्धू पटियाला सेंट्रल जेल से निकलकर कुछ जगहों पर रुकेंगे। जहां उनका स्वागत किया जा सकता है। उनके समर्थकों को वहां इकट्ठा होने की भी अपील की गई।
सूत्रों के मुताबिक सिद्धू समेत दूसरे कैदियों की रिहाई के लिए कैबिनेट की मीटिंग होनी थी, मगर यह मीटिंग ही नहीं हुई। वहीं यह भी चर्चा है कि सिद्धू को एक साल की कैद हुई है तो उनकी अधिकतम 1 महीने की सजा माफ की जा सकती है, लेकिन अभी वह इस दायरे में नहीं आ रहे हैं।