दिल्ली। शराब नीति घोटाले के मामले में सीबीआई की ओर से शुक्रवार को 7 आरोपियों के खिलाफ 10 हजार पेजों की चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसमें दिल्ली के डिप्टी सीएम सिसोदिया का नाम नहीं शामिल किया गया है। इधर, चार्जशीट में सिसोदिया का नाम नहीं आने पर आम आदमी पार्टी (आप) ने भाजपा पर हमला बोला है। पार्टी ने कहा कि सीबीआई की चार्जशीट बताती है कि डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर सारे आरोप फर्जी और मनगढंत थे। भाजपा को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। बता दें कि सीबीआई ने दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में ये चार्जशीट दाखिल की है। मामले में 30 नवंबर को अगली सुनवाई होगी। 15 दिन पहले ईडी ने दिल्ली शराब घोटाला मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में अरबिंदो फार्मा के चीफ शरद रेड्डी और विनय बाबू का नाम शामिल है। ये दोनों हैदराबाद की टॉप फार्मा कंपनी के कारोबारी हैं। इससे पहले मामले में सीबीआई ने 17 अगस्त को 3 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें बड्डी रिटेल प्राइवेट लिमिटेड गुरुग्राम के डायरेक्टर अमित अरोड़ा, दिनेश अरोड़ा और अर्जुन पांडे का नाम शामिल है। इन सभी को सिसोदिया का करीबी बताया जाता है।
– इन आरोपियों का नाम चार्जशीट में शामिल
सीबीआई की चार्जशीट में दो गिरफ्तार बिजनेसमैन, एक न्यूज चैनल के चीफ, हैदराबाद के एक शराब कारोबारी, दिल्ली के एक शराब डिस्ट्रीब्यूटर और आबकारी विभाग के दो अधिकारी शामिल हैं। चार्जशीट में विजय नायर, अभिषेक बोइनपल्ली, अरुण पिल्लई, समीर महेंद्रू, गौतम मूथा, कुलदीप सिंह और नरेंद्र सिंह के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कुलदीप सिंह तत्कालीन उपायुक्त (आबकारी) थे और नरेंद्र सिंह तत्कालीन सहायक आयुक्त (आबकारी) थे। ईडी और सीबीआई ने इन सभी पर आरोप लगाया था कि आबकारी नीति को संशोधित करते समय अनियमितता की गई थी और लाइसेंस धारकों को फायदा पहुंचाया गया था।
भाजपा सिसोदिया को कहते थे नंबर-1 आरोपी, सीबीआई ने चार्जशीट में उन्हें किया बाहर :
आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि मई-जून से भाजपा नेताओं ने ये कहना शुरू कर दिया था कि एक्साइज में कथित गड़बड़ी हुई है। इसमें मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ेगा। 6 महीने बीत गए, ईडी-सीबीआई ने 500 अफसरों की टीम बना रखी है। उनके घर रेड की, पूछताछ की, 600 जगह छापे मारने के बाद सीबीआई ने चार्जशीट दायर की है। जिन लोगों के खिलाफ आरोप तय किये जा रहे हैं, उसमें आरोपी नंबर-1 का नाम ही नहीं है।