शंबू बॉर्डर / खनौरी बॉर्डर : पंजाब के किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर से दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच खनौरी बॉर्डर पर 21 वर्षीय युवा किसान की मौत गोली लगने से हो गई है तो दोनो बॉर्डरों पर 12 से ज्यादा किसान गंभीर घायल हो गए है। इस सभी के चलते दोनों ही जगहों पर किसान और पुलिस के बीच टकराव चल रहा है। पुलिस रबड़ बुलेट और भारी मात्रा में आंसू गैस के गोले छोड़कर किसानों को रोकने में लगी है।
खनौरी बॉर्डर पर जिस युवा किसान की मौत हुई है। वह संगरूर के खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभकरण सिंह पुत्र चरणजीत सिंह गांव वलो जिला बठिंडा की मौत हो गई है। मृतक के शव को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रखा गया है। एक दर्जन के करीब किसान घायल हालत में उपचार के लिए भर्ती है। इसके बावजूद हरियाणा पुलिस किसी की मौत से इंकार कर रही है। जबकि मृतक किसान के पीछे गहरा घाव होने की बात सहमने आ रही है। बलदेव सिंह सिरसा साफ़ कह रहे हे के रबर की गोली से मौत नहीं होती, गोली लगने से युवा किसान की मौत हुई है। सीधी फायरिंग की जा रही है। खनौरी बॉर्डर पर किसानों द्वारा गोलियों के खोल दिखाए जा रहे है। हलाकि सतलुज बायस टाइम्स इसकी पुष्टि नहीं की जा रही। सभी बाते किसानों व किसान नेताओं के कहने के मुताबिक है ।
किसान की मौत से हरियाणा पुलिस का इनकार : खनौरी बॉर्डर पर किसान की मौत को हरियाणा पुलिस ने अफवाह करार दिया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि दो पुलिसकर्मी और एक प्रदर्शनकारी घायल हुआ है। वहीं जींद के के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया- किसान आंदोलन के दौरान कुछ लोगों ने धान की पराली में आग लगाकर और मिर्ची डाल दी। इसके बाद पुलिस पर हमला कर दिया। धुआं ज्यादा होने की वजह से काफी किसानों ने तलवार, भालों और गंडासों से पुलिस पर हमला किया। हमले में 12 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
KMM के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर को आंसू गैस का एक्सप्लोजर हुआ है, उन्हें प्रदर्शन स्थल से बाहर ले जाया गया है। आंदोलन के दूसरे बड़े नेता जगजीत डल्लेवाल को भी आंसू गैस की वजह से सांस लेने में प्रॉब्लम हुई है। उन्हें भी बाहर ले जाया गया है। केंद्रीय मंत्रियों से वार्ता को लेकर संगठन एकमत नहीं है। कुछ किसान नेता वार्ता को तैयार हैं लेकिन कुछ का मानना है कि सरकार से अब तक बातचीत में कोई मसला हल नहीं हुआ है। इस ग्रुप का यह भी मानना है कि युवा बहुत उत्तेजित हैं अगर बार बार आगे बढ़ने की स्थिति को डिफ्यूज किया गया तो वे हुड़दंग भी मचा देंगे। धरना स्थल पर कई निहंग भी आगे बढ़ने को लेकर बयान दे रहे हैं।