डल्लेवाल की बिगड़ी तबीयत : किडनी-लिवर हुए कमजोर; हार्ट अटैक का बढ़ा खतरा

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संगरूर : खनौरी बॉर्डर पर किसानी मांगों को लेकर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत वीरवार को 17वें दिन भी जारी रहा।  डल्लेवाल की लगातार नाजुक होती सेहत के मद्देनजर किसान संगठनों को डर है कि कभी भी केंद्र सरकार के साथ मिलकर पंजाब या हरियाणा सरकार खनौरी बॉर्डर पर दबिश दे सकते हैं व किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को उठा सकते है।
महिलाएं भी कर रही हैं पहरेदारी :  ऐसे में खनौरी बॉर्डर पर किसानों, महिलाओं व नौजवानों को दिन-रात कड़ी चौकसी बरतने का आह्वान किया गया है। डल्लेवाल की पहरेदारी में चार स्तर की सिक्योरिटी रखी है, जिससे आगे जाने की किसी को भी इजाजत नहीं है। केवल संगठन के सीनियर नेता ही डल्लेवाल तक पहुंच सकते हैं। वहीं, बुधवार रात्रि से लगातार महिलाओं को भी रात के समय ना सोकर डल्लेवाल के लिए पहरेदारी पर रखा गया। सभी ने रातें जाग कर गुजारी।
बिना सहमति डल्लेवाल से मिलने की इजाजत नहीं :   खनौरी बॉर्डर पर बाकायदा जगजीत सिंह डल्लेवाल तक पहुंचने वाले सभी रास्तों को किसान वॉलंटियरों द्वारा सील रखा जाता है व यहां पहुंचने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ करके संगठन के आलानेताओं को जानकारी दी जाती है। वॉकी-टॉकी व मोबाइल फोन से संपर्क किया जाता है।
उनकी सहमति के बाद ही किसी को आगे जाने दिया जा रहा है। अगर कोई पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, तो उसे भी वाहन या अधिक फोर्स लेकर आगे जाने की इजाजत नहीं। कड़ी सर्दी में दर्जनों किसान हाथों में लाठियां लेकर पहरा देते हैं व सर्दी से बचाव के लिए आग सेकते दिखाई दे रहे हैं।
बुधवार रात्रि मंच पर भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर के महासचिव काका सिंह कोटड़ा ने स्पष्ट तौर पर एलान किया कि जैसे-जैसे जगजीत सिंह डल्लेवाल का मरणव्रत आगे बढ़ रहा है व उनकी हालत नाजुक स्थिति में पहुंच रही है। वैसे ही किसी भी समय सरकार द्वारा डल्लेवाल को उठाने का प्रयास किया जा सकता है। जैसा की 25 नवंबर की रात को हुआ था।
डॉक्टरों को डल्लेवाल का नहीं करने दिया गया चेकअप  :  ऐसा दोबारा ना हो इसके लिए हर किसान की जिम्मेदारी है कि वह पूरी गंभीरता से चौकसी करे व किसी भी अनजान व्यक्ति को जगजीत सिंह डल्लेवाल तक पहुंचने ना दिया जाए। जगजीत सिंह डल्लेवाल का कहना है कि किसानी मांगों को लेकर उनके द्वारा अनशन का यह फैसला अटल है व वह अपने अनशन पर डटे हुए हैं, लेकिन अब उनकी चौकसी करने की जिम्मेदारी किसानों पर है।
गौर हो कि बुधवार को सरकारी अस्पताल समाना से आई डॉक्टर की टीम को अपनी रिपोर्ट सार्वजनिक न करने के कारण किसान नेता जगदीश सिंह डल्लेवाल का चेकअप करने से रोक दिया गया था, जिसके चलते डॉक्टरों की टीम ने वीरवार तक का समय मांगा था। ऐसे में अगर आज भी सरकारी डॉक्टरों की टीम द्वारा रिपोर्ट सार्वजनिक ना की गई तो उन्हें चेकअप करने की इजाजत किसान संगठन द्वारा नहीं दी जाएगी।
खनौरी बॉर्डर पर तैनात डॉ. सवैमान की टीम द्वारा लगातार जगजीत सिंह डल्लेवाल का चेकअप किया जा रहा है व उनकी सेहत की निगरानी के लिए बाकायदा मॉनिटर लगाए गए हैं। उन्होंने शंका जाहिर की है कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की स्थिति लगातार खराब हो रही है, जिन्हें इलाज की सख्त जरूरत है, लेकिन जगजीत सिंह डल्लेवाल द्वारा किसी भी प्रकार की दवा लेने से साफ तौर पर इनकार किया गया है।
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