बीटन ( ऊना) : श्री सतगुरु भूरीवाले गुरगद्दी परम्परा (गरीबदास संप्रदाय) के श्री लालपुरी विष्णु धाम बीटन, हिमाचल प्रदेश मैं भूरीवाले गुरगद्दी के दूसरे गद्दीनाशीन सतगुरु लाल दास भूरीवालिया के आगमन दिवस को समर्पित तीन दिवसीय वार्षिक संत समागम वर्तमान गद्दीनशीन वेदांत आचार्य स्वामी चेतना नंद महाराज भूरीवालिया के संरक्षण में श्रद्धा के साथ शुरू हुआ।
इस दौरान गरीबदास द्वारा रचित बाणी के अखंड पाठ का प्रकाश करते हुए वेदांत आचार्य स्वामी चेतना नंद भूरीवालो ने एकत्रित संगत को सत्संग उपदेश दिया और कहा कि इस दुनिया में रहते हुए हमें निष्काम कर्म करना चाहिए। बल्कि पाखंड में फंसकर अपना कीमती जीवन व्यर्थ नही होने देना चाहिए। आचार्य जी ने कहा कि जीवन में सेवा, ध्यान और दान का मार्ग अपनाने से ही मानव जीवन का वास्तविक उद्देश्य पूरा हो सकता है। वेदांत आचार्य भूरीवालो ने कहा कि संसार में सभी रिश्ते स्वार्थी होते हैं लेकिन जीव के साथ ईश्वर का रिश्ता निस्वार्थ होता है। जो प्राणी बिना इच्छा के भगवान की सेवा को अपना कर्म मानते हैं, उन्हें आसानी से भगवान का सुख मिलेगा और अपने अनमोल जीवन की सुधार लेते है। इस अवसर पर श्री लालपुरी विष्णु धाम पीजीआई चंडीगढ़ से रोजाना देसी घी लंगर बेहजा जाता है। इस अवसर पर संतों में स्वामी फुम्मन दास, स्वामी सत देव ब्रह्मचारी, बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ के इलावा भाजपा नेता प्रो. राम कुमार एवं न्यास के सदस्य उपस्थित थे। कल ट्रस्ट के सहयोग से नि:शुल्क रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
132-वेदांत आचार्य श्री लालपुरी विष्णु धाम बिटाना में प्रवचन देते स्वामी श्री चेतना नंद महाराज भूरीवाले, संत महापुरुष और उपस्थित श्रद्धालु।