शिमला : अध्यापकों की भर्ती में अब प्रदेश भर में एक ही मेरिट लिस्ट बनेगी। अभ्यर्थियों की ओर से अपने आवेदन पत्र में जिस जिले को प्राथमिकता दी गई होगी, वहीं प्राथमिकता उसकी नियुक्ति का आधार बनेगी। इससे पहले जिला स्तर पर ही मेरिट लिस्ट बनाई जाती थी और अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाती थी। अब अध्यापकों की भर्ती के नियम बदल गए हैं। सरकार प्रदेश भर में रिक्त चल रहे अध्यापकों के पदों को भरने के लिए साक्षात्कारों का आयोजन कर रही है। इस दौरान जहां बैचवाइज पदों को भरा जा रहा है। वहीं सीधी भर्ती से भी रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। पदों को भरने के लिए जेबीटी सहित अन्य श्रेणियों में कुछ साक्षात्कार हो चुके हैं।
जिला स्तर पर हुए इन साक्षात्कारों के बाद अब अभ्यर्थियों की जिला स्तर पर मेरिट लिस्ट बनाई जा रही है। इस मेरिट लिस्ट के बनने के बाद इसे निदेशालय भेजा जाएगा। वहां पर सभी जिलों से आई मेरिट लिस्ट के आधार पर एक नई ओवरआल मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। प्रदेश स्तर पर बनी इस मेरिट लिस्ट के आधार पर ही अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाएगी। इस दौरान मेरिट लिस्ट के तहत अभ्यर्थी ने जिस जिला को पहले प्राथमिकता दी होगी, उसी आधार पर उसकी उस जिला में नियुक्ति होगी। इससे पहले जिला स्तर पर ही मेरिट लिस्ट बनती थी और उसके आधार पर अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाती थी।
जिला कांगड़ा में हाल ही में जेबीटी के पदों को भरने के लिए काउंसलिंग करवाई गई है। इस काउंसिलिंग के बाद पात्र अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट बनाई जा रही है। इस लिस्ट को निदेशालय भेजा जाएगा। निदेशालय में बनने वाली नई लिस्ट के आधार पर अब अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जाएगी।