रोहित भदसाली। पठानकोट : कारोबारी के छह वर्षीय बच्चे का कुछ लोगों ने दिनदहाड़े अपहरण कर दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। वारदात उस समय हुई जब बच्चा अपनी बड़ी बहन के साथ स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रहा था। स्कूल बस चालक ने शुक्रवार शाम करीब तीन बजे बच्चे को घर से करीब दस कदम दूर उतारा। इस दौरान पहले से स्विफ्ट कार (एचपी47 बी-1786) में आए अपहर्ता बच्चे को अगवा करके वहां से फरार हो गए। अपहर्ताओं की संख्या दो बताई जा रही है। जाते समय अपहर्ताओं ने घर के बाहर एक पत्र भी फेंका, जिसे कारोबारी की बेटी ने उठाया और स्वजनों को सौंपा। पत्र में लिखा है कि आपका बेटा हमारे पास सुरक्षित है। जब तक मामला हमारे और तुम्हारे बीच है, तब तक बच्चा सुरक्षित रहेगा। अगर बात बाहर आई और पुलिस मामले में शामिल हुई तो तुम्हें तुम्हारा बेटा नहीं मिलेगा। हमारी मांग दो करोड़ रुपये की है। हम जल्द संपर्क करेंगे।
पुलिस की ओर से अलग-अलग टीमें बनाकर मामले की तफ्तीश की जा रही है और अलग-अलग जगहों पर दबिश दी जा रही है। पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच शुरू कर दी है। शाम सात बजे तक अपहरणकर्ताओं का न तो फोन आया और न ही उनकी कोई धरपकड़ हो सकी है।
डलहौजी पुलिस ने अपहरण की घटना का एक वीडियो साझा किया : डलहौजी पुलिस ने अपहरण की घटना का एक वीडियो साझा किया है। अपहरण करने के लिए उपयोग की गई स्विफ्ट कार पर डलहौजी आरएलए से जारी नंबर एचपी-47-बी-1786 अंकित है। उक्त कार हिमाचल के जिला कांगड़ा के सीमाई क्षेत्र कंडवाल में भी देखी गई है। ऐसे में पुलिस अंदाजा लगा रही है कि अपहरणकर्ता बच्चे को अपहृत कर हिमाचल की ओर लाए हैं। उधर, डलहौजी पुलिस ने असली नंबर वाली उक्त कार के मालिक सलूणी तहसील के जुआंस (भांदल) के रहने वाले मोहम्मद फारूक से संपर्क किया तो मालिक ने बताया कि उसकी स्विफ्ट कार अभी टांडा में है और उसका भाई व भाभी उसे टांडा लेकर गए हुए हैं। के अनुसार वीरवार से उनकी गाड़ी टांडा में खड़ी है। अपहरणकर्ताओं ने उनकी गाड़ी का फर्जी नंबर इस्तेमाल किया है। पुलिस सख्त कार्रवाई करे।
तीन बार बदला कार का नंबर : सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस संबंधी पंजाब व हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग थानों में भी सूचना दे दी है। पंजाब के साथ हिमाचल प्रदेश पुलिस ने नाकाबंदी की हुई है। सूत्र बताते हैं कि कार पर जो नंबर प्लेट लगी है, वह फर्जी है। अंतिम बार इस कार को हिमाचल प्रदेश के जसूर के निकट देखे जाने की सूचना है। पता चला है कि कार की नंबर प्लेट तीन बार बदली गई है।