शिमला : हिमाचल से एनीमिया भगाने के मकसद से निदेशालय महिला एवं बाल विकास विभाग ने अनोखी पहल ‘लोहे की कड़ाही’ शुरू की है। इसके तहत प्रदेशवासियों को पारंपरिक ढंग से लोहे के बर्तन में खाना पकाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मकसद महिलाओं, किशोरियों समेत पुरुषों में भी रक्त की कमी यानी एनीमिया को दूर करना है। पोषण माह के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग ने आज से 5 अक्तूबर तक एक प्रतियोगिता शुरू करने का निर्णय लिया है। यह प्रतियोगिता लोहे के बर्तन में खाना पकाने से जुड़ी है।
इसके तहत कोई भी इच्छुक व्यक्ति लोहे के बर्तन में खाना पकाकर एक मिनट का वीडियो महिला एवं बाल विकास विभाग के फेसबुक पेज (http://www.facebook.com/WCDHimachal Pradesh) पर शेयर कर सकता है। बाद में 20 बेहतरीन वीडियो का चयन कर विभाग उन्हें पुरस्कृत करेगा। गौरतलब है कि लोहे के बर्तन में खाना पकाने से रक्त की कमी दूर होती है। जानकारों की मानें तो लोहे के बर्तन में पका खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। राष्ट्रीय परिवार सर्वेक्षण 2019-20 के अनुसार हिमाचल में 43% गर्भवती महिलाओं, 53.2% किशोरियों (15-19 वर्ष), 55% बच्चों (659महीने के) और 19% पुरुष (15-49 वर्ष) में रक्त की कमी है। महिला एवं बाल विकास विभाग की निदेशक रूपाली ठाकुर ने बताया कि लोगों में रक्त की कमी को देखते हुए पारंपरिक तरीकों से लोहे के बर्तनों में खाना पकाने, इसके स्वास्थ्य लाभ के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए यह अभियान चलाया जा रहा है। हिमाचल के सभी व्यक्ति इस अभियान में भाग लेने के पात्र हैं।
ईनाम पाओ : लोहे के बर्तन में खाना पकाओ, महिला एवं बाल विकास विभाग से
Sep 21, 2022