तलवाड़ा ( राकेश शर्मा ) : छोटे भाई की पत्नी के एकाउंट मे से 20 हजार रूपए एटीएम मे से निकालने आए जेठ को दो युवको ने एटीएम कार्ड बदलकर एक लाख रुपए से अधिक रूपए निकाल लिए।पीड़ित ने एसएसपी होशियारपुर से लगाई एन्साफ की गुहार।
सुषमा देवी पत्नी बलवंत सिंह निवासी गांव धार ने बताया कि मेरे जेठ ओंकार सिंह जो 4 अक्तुबर को सुबह 8:15 बजे गांव धार स्थित अपने घर से तलवाड़ा को अपने किसी निजि कार्य के लिए निकले थे।इस दौरान मैंने अपने जेठ ओंकार सिंह को अपना एटीएम दिया और कहा कि एक्सिस बैंक तलवाड़ा के एटीएम से मेरे अकाउंट मे से 29 हज़ार रूपए निकाल कर ले आना। इस दौरान ओंकार सिंह ने तलवाड़ा मे आते ही मेन मार्केट में स्थित एक्सिस बैंक के एटीएम मे से 20 हज़ार रूपए निकले के वाद जैसे ही एटीएम मे से बाहर की तरफ कुछ ही कदम बाहर निकला तो वहा पर पहले से मौजूद दो युवको ने मेरे पिछा करते हुए मेरे पास आए और मुझे कहने लगे कि आप के द्वारा एटीएम मे से पैसे निकाले जाने के बाद आप का एटीएम एकाउंट बन्द नही हुआ है।और आप ने अपना एटीएम एकाउंट बन्द नही किया तो आप के एकाउंट मे से कोई भी व्यक्ति आप के एकाउंट मे बचे हुए रूपए निकाल सकता है।मै भी उनकी बातो मे आ कर एटीएम मे गया और एटीएम मशीन मे एटीएम कार्ड डालकर एकाउंट बन्द करने लगा।इस दौरान दोरान दो अज्ञात युवको ने मुझे अपनी बातो मे उलझकर के मुझसे एटीएम कार्ड ले लिया और मुझ से एटीएम कार्ड का एकाउंट बन्दकरने के लिए गुप्त पासवर्ड भी पुछने के पश्चात ही मुझे कोई ओर एटीएम कार्ड देकर और मेरे वाला एटीएम कार्ड खुद ले कर फरार हो गए।मुभे तो इस बात का आभास तब हुआ जब 5 अक्तुबर को मेरे छोटे भाई की पत्नी सुषमा देवी पत्नी बलवंत सिंह के मोबाइल पर पहले 59999,25000,20000 और फिर 5000 (1,09,999) रूपए निकाले जाने का मैसेज आया।उसने बताया कि अज्ञात युवको ने यह रूपए खरड के बस स्टैंड के पास स्थित पंजाब नैशनल बैंक के एटीएम मे निकाले गए है।पीड़ित सुषमा देवी पत्नी बलवंत सिंह के जेठ के साथ हुई इस धोखेबाजी की घटने के पश्चात एकाउंट होल्डर सुषमा देवी पत्नी बलवंत सिंह के हस्ताक्षर युक्त लिखती शिकायत एसएसपी होशियारपुर सरताज सिह चाहल को भेज दी गई है।पीड़िता सुषमा देवी पत्नी बलवंत सिंह ने एसएसपी होशियारपुर सरताज सिह चाहल से मांग की कि उनके साथ हुई इस धोखेबाजी की घटना का यथा शीघ्र ही हल करवा कर इस मामले मे लिप्त लोगो को पकड़ उनके विरुद्ध वनती क़ानूनी कार्यवाई की जाए।