तीन अक्टूबर को उपनिदेशक ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान शिक्षिका अनुपस्थित थी, जबकि स्विफ्टचैट पोर्टल पर उसकी उपस्थिति दर्ज थी। स्कूल के अन्य शिक्षकों ने बताया कि शिक्षिका ने स्कूल परिसर में एक सिम कार्ड रखकर उसी के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई थी। जांच में यह भी सामने आया कि वह 27 सितंबर को दोपहर से स्कूल नहीं आई थी। जांच रिपोर्ट निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग को भेजी गई, जिन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए शिक्षिका को निलंबित करने के आदेश जारी किए हैं। उपनिदेशक ने स्कूल में उपस्थित तीन अन्य शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं।
पहला- ऑनलाइन हाजिरी फर्जीवाड़ा का मामला : विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शिक्षा व्यवस्था में लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में ऑनलाइन हाजिरी में फर्जीवाड़ा करने का पहला मामला सामने आया है। सरकार ने शिक्षकों की स्कूल में उपस्थित दर्ज करने के लिए हाजिरी को आनलाइन करने का निर्णय लिया था, लेकिन अब इसमें भी फर्जीवाड़ा सामने आने लगा है।
मुख्यालय- बिना अनुमति नहीं छोड़ सकेंगी : शिक्षा विभाग के निदेशक आशीष कोहली की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि निलंबन अवधि में टीजीटी नान मेडिकल अनीता कुमारी का मुख्यालय उच्च विद्यालय सहमल तहसील ठियोग जिला शिमला रहेगा। वह बिना नियंत्रणाधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगी।
