करोना कॉल ने दी नौकरी एचएमपीबी वायरस ने की घर भेजने की तैयार
चंबा मेडिकल कॉलेज में एचएमपीबी से निपटने की तैयारी के बीच आदेश जारी होने के बाद पीएसए प्लांट हुए बंदए
एम नाथ। चम्बा :प्रदेश में ह्युमन मेटान्यूमो, एचएमपीबी वायरस से निपटने की तैयारियों के बीच सरकार ने आउटसोर्स पर लगे तकनीकी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी हैं। यह तकनीकी कर्मचारी प्रेशर स्विंग आडर्सोशन (पीएसए) प्लांट में तैनात किए गए थे। लेकिन अब प्रदेश में लगे कर्मचारियों का सेवाकाल का समय पूरा हो गया है। इसके बाद इन कर्मचारियों को कार्य मुक्त करने के फरमान जारी कर दिए हैं। प्रदेशभर में कोरोनाकाल में लगाए गए करोड़ों रुपए के पीएसए प्लांट में 29 कर्मचारियों को तैनात किया गया था। अब इन सभी कर्मचारियों को कार्य मुक्त करने के फरमान जारी होने के बाद बेरोजगारी की तलवार भी लटक गई है।
इसी के साथ इन कर्मचारियों को अब भविष्य की चिंता सताने लगी है। इससे पहले भी आउटसोर्स पर लगे इन कर्मचारियों को कई बार कार्य मुक्त करने के बाद फिर से तैनाती दी गई। इन कर्मचारियों ने 20 घंटे तथा 24 घंटे भी ड्यूटी दी है। लेकिन अभी तक इस बारे में जिला स्वास्थ्य विभाग को कोई निर्देश उच्च अधिकारियों से नहीं आए हैं। इसके बाद से इन कर्मचारियों को पीएसए प्लांट से संबंधित दस्तावेज को अस्पताल के उच्च अधिकारियों को देने के लिए कहा है।
गौर रहे कि प्रदेश भर में करोड़ों रुपए खर्च कर ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए थे। ऑक्सीजन सिलेंडरों की खपत भी अस्पतालों में प्लांट के बाद कम हो गई थी। पीएसए प्लांट में लगे आउटसोर्स कर्मचारी 24 घंटे पीएसए प्लांट चला रहे थे। लेकिन इन कर्मचारियों को निकालने के बाद प्लांट में कई जगह ताला लग गया है। कई जगह तो फोर्थ क्लास इनको चला रहे हैं।
इस कारण अस्पतालों में मरीज को सिलेंडर के जरिए ही ऑक्सीजन मिलेगी।
इसमें अस्पतालों का खर्चा और अधिक बढ़ जाएगा। दूसरी ओर एचएमपीवी वायरस को लेकर भी ऑक्सीजन और अन्य चीजों की तैयारियां पूर्ण रखने के लिए कहा है।
पीएसए प्लांट में तैनात कर्मचारियों का वर्ष 2023 में अप्रैल, जुलाई और फिर जनवरी 2024 में सेवा विस्तार दिया गया था । एक वर्ष बाद अब 10 जनवरी 2025 को तकनीकी कर्मचारियों का कार्यकाल खत्म हो गया था। इसके बाद उन्हें निकालने के भी आदेश जारी हो गए। पीएसए प्लांट कर्मचारियों का कहना है कि हमारा टेंडर जल्दी से रिन्यू करके तनाती दी जाए।