केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार केंद्र व किसानों के बीच चल रही बातचीत को पटरी से उतारने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र व किसानों के बीच बात सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ रही है।
वहीं, पंजाब सरकार से नाराज किसान संगठनों ने ऐलान कर दिया है कि यदि 4 मई को होने वाली मीटिंग में पंजाब सरकार भी शामिल होगी, वह मीटिंग का बायकॉट कर देंगे।
यही नहीं सूबे में किसान आप विधायकों को लगातार घेर रहे हैं। ऐसे में भगवंत मान सरकार ने अचानक पानी के मुद्दे को उभारकर विरोध प्रदर्शन करने शुरू कर दिए। बिट्टू ने कहा कि वह केंद्र सरकार के मंत्री के तौर पर स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि बीबीएमबी के जरिए पंजाब के पानी की एक बूंद भी हरियाणा को नहीं दी जाएगी जितना हिस्सा पहले दिया जाता है, उतना ही दिया जाएगा। बिट्टू ने कहा कि इस बाबत उनकी बीबीएमबी के चेयरमैन से बात भी हुई है।
बिट्टू ने कहा कि पानियों का केस कोर्ट में चल रह है। यदि किसी को तकलीफ है, उसे पानी कम ज्यादा चाहिए तो वह कोर्ट में जाकर अपनी बात रखें लेकिन पंजाब की एक बूंद पानी भी बीबीएमबी से नहीं छोड़ी जाएगी। बिट्टू ने कहा कि जब हरियाणा पंजाब से अतिरिक्त पानी मांग रहा था, तब भगवंत मान ने क्यों नहीं कहा कि पंजाब को भी पानी की सख्त जरूरत है। अब आप सरकार अपनी असफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए पंजाब सरकार किसानों को गुमराह कर केंद्र सरकार के खिलाफ भड़काना चाहते हैं लेकिन पंजाब का किसान व आम लोग गुमराह नहीं होंगे।