रोपड़ : रोपड़ में क्रैशर मालिकों ट्रक अपरेटरों ने पंजाब सरकार दुारा क्रैशर उद्योग को बरबाद करने के आरोप लगाते हुए प्रर्दशन करने के बाद जिलाधीश रोपड़ प्रीती यादव को ज्ञापन सौंपा और मुख्यमंत्री से एक सप्ताह में मिलने का समय देने की मांग की और चेतावनी दी कि अगर हमें मुख्यमंत्री ने मिलने का समय एक सप्ताह में नहीं दिया तो टिप्पर, ट्रक, एकसावेटर मशीने व जेसीबी मशीनें सडक़ पर खड़ी कर हाईवे जाम कर दिए जाएगे।
क्रैशर उद्योग एसोसिएशन के प्रधान अजविंदर सिंह, सेक्रेट्री सरबजीत सिंह, के ईलावा बलजिंदर सिंह अमन, महिंद्र सिंह बालिया, अशोक पाटला आदि के नेतृत्व में क्रैशर मालिकों व टिप्पर अपरेटरों ने जोरदार प्रर्दशन किया और कहा कि सरकार क्रैशर उद्योग को तवाह करने पर तुली हुई क्योंकि सरकार दुारा बनाए जा रहे नियमों के तहत काम करना संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा कि मानसून में पंजाब में ही क्रैशर बंद करवाए गए है। जबकि जम्मू कशमीर व हिमाचल प्रदेश में लगातार चल रहे है। जिससे क्रैशर उद्योग पर बोझ बढ़ता जा रहा है। बंद क्रैशरों के बावजूद प्रति क्रैशर दो से तीन लाख खर्च पड़ता है। जिसमें बिजली का बिल, क्रैशर पर खड़ी मशीनरी टिप्पर, ट्रक, एकसावेटर मशीनें व जेसीवी वगैरा की किशतें और कर्मचारियों का वेतन आदि शामिल है। क्रैशर उद्योग की हालत यह है कि कर्ज का ब्याज कर्ज लेकर वापिस करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि क्रैशर उद्योग बंद होने के साथ ही और संबंधित काम हाट मिकस प्लांट, सडक़ों का निर्माण व अन्य किसम के निर्माण कार्य बंद पड़े है। जिससे लाखों लोग प्रभावित हो रहे है। उन्होंने कहा कि खनन मंत्री और खनन विभाग के सेक्रेट्री से चार बार मीटिंग में कहा कि हम सरकार के साथ है लेकिन क्रैशर चलाने का प्रबंध किया जाए। सरकार हमें क्रैशरों के लिए कच्चा माल उपलब्ध करवाए। लेकिन सरकार रोजाना नए नियमों में बदलाव कर क्रैशर उद्योग को बंद करवाने की नीती पर चली है। उन्होंने कहा कि जिलाधीश से हमने मांग की है कि वह हमारी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचाए और हमें मीटिंग का समय लेकर दें अैार क्रैशर चलाने का प्रबंध करें।
फोटो : क्रैशर उद्योग एसोसिएशन के सदस्य व टिप्पर अपरेटर प्रर्दशन करते हुए।