गढ़शंकर। गढ़शंकर पुलिस ने अढ़ाई वर्ष पहले दिल का दौरा पड़ कर मौत का शिकार हो चुके युवक गुरदीप सिंह उर्फ दीपा के खिलाफ एनडीपीएस एकट तहत मामला दर्ज कर खाकी पर एक दाग लगा दिया है। गढ़शंकर पुलिस दुारा उसे ग्रिफतार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। पुलिस अधिकारयिों से जब इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा ऐसा है क्या। अगर ऐसा है तो जांच करवा कर मामला रद्द कर दिया जाएगा। इस संबंधी उनके परिजनों को अखबार में छपी खबर से पता चला।
गढ़शंकर पुलिस ने 20 मई को एक एफआईआर नंबर 76 दर्ज की और उसमें 13 लोगो के खिलाफ एनडीपीएस एकट तहत मामला दर्ज किया गया। उकत एफआईआर में तेहरवें नंबर पर गुरदीप सिंह उर्फ दीपा पुत्र सुरजीत सिंह का नाम दर्ज है। सुरजीत सिंह पुत्र नंदू राम का दावा है कि उनका पुत्र गुरदीप सिंह उर्फ दीपा है। जिसका नाम एफआईआर में दर्ज है और मेरे पुत्र की मौत 6 दिसंबर, 2019 में दिल का दौरा पडऩे से हुई है। मुझे बदनाम करने के लिए और मेरे मृतक पुत्र की आत्मा से खिलवाड़ करने के लिए पुलिस ने मेरे पुत्र का नाम एफआरआई में डाला है। उकत एफआईआर में मेरे पुत्र मृतक गुरदीप सिंह उर्फ दीपा को नशे वेचने का आरोपी बनाया गया। उन्होंने कहा कि इस संबंध में मैने एसएसपी होशियारपुर व एससी कमिशन को शिकायत भेज दी है और संबंधित पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि इस मनगढ़त दर्ज की गई एफआईआर से मेरी भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर मानसिक तौर पर परेशान किया गया। सुरजीत सिंह ने बताया कि एडवोकेट के जरीए तव के थाना प्रभारी राजीव कुमार व एएसआई सतनाम सिंह को इस संबंधी नोटिस भेज कर जवाब मागां है। सुरजीत सिंह ने पूछने पर कि गुरदीप सिंह उर्फ दीपा कोई और भी हो सकता है कि स्वाल में कहां देनोवाल खुर्द में कोई और गुरदीप सिंह उर्फ दीपा पुत्र सुरजीत सिंह नहीं है। और अव गढ़शंकर में हम ही रहते है। इस मामले के आईओ एएसआई सतनाम सिंह ने मोवाईल पर बार बार फोन करने पर मोवाईल नहीं उठाया।
गढ़शंकर में उस समय तैनात एसएचओ राजीव कुमार : मुझे पता नहीं कौन सी एफआईआर है। लेकिन मामला दर्ज जो किया गया वह किसी की सूचना पर अधारित है और अगर गुरदीप सिंह दीपा की मौत पहले हो चुकी है तो एफआईआर में से नाम निकाला जा सकता है। मौजूदा एसएचओ करनैल सिंह से बात कीजीए।
गढ़शंकर के एसएचओ करनैल सिंह: गुरदीप सिंह उर्फ दीपा कोई और भी हो सकता है। जिसकी बात सुरजीत सिंह कर रहे है हो सकता वह ना हो। सूचना मिलने पर मामला दर्ज हुया है तो हमें पता लग गया है। मैं पूरे मामले का पता करता हूं। संबंधित एएसआई सतनाम सिंह छूट्टी पर है। रेड की है तो उन्हें पता लग जाना चाहिए था कि गुरदीप सिंह उर्फ दीपा की मौत हो चुकी है तो उसे रिर्पोट बना देनी चाहिए थी। उसके आने पर उससे पूछते है कि क्या रिर्पोट बनाई या नहीं।
76 नंबर एफआईआर : एफआईआर के मुताविक एएसआई सतनाम सिंह, एएसआई सुखविंदर सिंह, एएसआई जसपाल सिंह, सीटी अनीता देवी, सीटी अनिल कुमार, सीटी रमनजीत सिंह, पीएचजी धीरज कुमार व चरनजीत सिंह प्राईवेट बाहनों में श्क्की लोगो की चैकिग संबंधी लैपटाप, प्रिंटर व तफशीशी बैग लेकर पुल नहर बंगा रोड़ गढ़शंकर पर मौजूद थे। उस समय मुखबर विशेष व विश्वसनीय सूत्रों ने सूचना दी कि सोहन लाल उर्फ बिट्टू पुत्र महिंद्र पाल, तिलक राज उर्फ तिलका पुत्र गुलजारा राम, मोहित पुत्र परमजीत, मंगा पुत्र सोहन लाल, निम्मो पत्नी मनजीत सिंह, बख्शों पुत्री सुरजन, सरबजीत कौर उर्फ खंडो पत्नी मेजर राम, कुलदीप कौर पत्नी सतपाल, राज डेरा सैसियंा, रोशन लाल उफ काला पुत्र नंजू, निम्मो पत्नी गुरजीत सिंह, गीता पत्नी पाला निवासी देनोवाल खुर्द बसती सैंसियां तथा गुरदीप सिंह उर्फ दीपा पुत्र सुरजीत सिंह निवासी देनोवाल खुर्द हाल वासी गढ़शंकर लंबे समय से डोडे चूरा पोसत, समैक, चिट्टा हैरोईन व नशीले पदार्थ गोलियां वेचने का काम करते है। इनके खिलाफ पहले भी नशे वेचने के मामले दर्ज है। यह सभी छुप कर अपने पक्के ग्राहकों को नशा वेचते है और पक्के ग्राहकों के पक्के टिकाणों पर भी सप्लाई करते है। जिस पर इन सभी पर एनडीपीएस एकट तहत मामला दर्ज करने के लिए पीएचजी चरनजीत सिंह को थाने रुक्का देकर भेजा जाता है और मामला दर्ज किया जाए तथा थाने से अतिरिक्त र्फोस भेजी जाए ताकि आरोपियों को पकडऩे के लिए रेड की जाए। अव गुरदीप सिंह उर्फ दीपा के मृतक होने पर पूरी एफआईआर पर स्वालिया निशान उठ रहे है और अव इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के बाद ही मामला साफ होगा कि एफआईआर में असलियत क्या है।
गढ़शंकर पुलिस ने मृतक युवक पर एनडीपीएस एकट तहत किया मामला दर्ज : मृतक युवक के पिता ने एससी कमिशन व एसएसपी को संबंधित अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ की श्किायत
May 23, 2022