बठिंडा : बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में चार जवानों की हत्या के मामले में पंजाब पुलिस ने घटना के चश्मदीद गनर दिसाई मोहन को गिरफ्तार किया है। उसने आपसी रंजिश के कारण चार जवानों की गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। एसएसपी गुलनीत सिंह खुराना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस घटना की पंजाब पुलिस की टीम जांच कर रही थी। जांच के दौरान जब चश्मदीद गनर दिसाई मोहन को जांच में शामिल कर सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसने अपने निजी कारणों के कारण घटना से दो दिन पहले चारों जवानों की हत्या के लिए पहले राइफल चोरी की। दो दिन उसे अपने क्वार्टर में छिपाकर रखा। मौका मिलते ही इसे बुधवार को उसी राइफल से चारों की गोलियां मारकर हत्या कर दी। आरोपी अविवाहित है और आंध्र प्रदेश का रहने वाला है।
वारदात में आरोपी गनर ने 19 गोलियां दागी :
आरोपी गनर दिसाई मोहन ने एक कमरे में दो जवानों पर आठ गोलियां चलाईं। दूसरे कमरे में दो जवानों पर 11 गोलियां चलाईं। वारदात के बाद उसने झूठी कहानी बुनी। घटना के बाद आरोपी ने राइफल, नौ कारतूस पानी के गड्ढे में फेंक दिए थे। इसके अलावा आरोपी ने एलएमजी के आठ कारतूस भी चोरी किए थे। उनकी बरामदगी अभी होनी है। जहां आरोपी तैनात था, वहां उसकी एलएमजी पर ड्यूटी होती थी।
सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो स्पष्ट हुआ दर से ही कातिल आए थे :
पुलिस एवं सेना अधिकारियों ने घटना के बाद कैंट के हर एक गेट की सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो स्पष्ट हुआ कि जवानों की हत्या के लिए कोई भी बाहरी व्यक्ति उस समय कैंट अंदर दाखिल नहीं हुआ बल्कि अंदर से ही कातिल आए थे। गुरुवार एवं शुक्रवार को सेना अधिकारियों और पंजाब पुलिस की टीम ने कैंट के सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की तो पाया कि जिस समय यह घटना हुई उस समय और उससे पहले कोई भी ऐसा संदिग्ध व्यक्ति कैंट एरिया में दाखिल नहीं हुआ जो जवानों की हत्या को अंजाम दे सके। अफसरों की जांच में यह स्पष्ट हो चुका था कि जवानों की हत्या करने वाले अंदर से ही आए थे।