कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर सियासी वार पलटवार हो रहा है। पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी विकास करने की बजाय पार्टी की अंदरूनी राजनीति और लूट में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि वे मौजूदा योजनाओं को भी वापस ले रहे हैं।
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि देश के लोगों को झूठे वादों की कांग्रेस प्रायोजित संस्कृति के खिलाफ सतर्क रहना होगा। हमने हाल में देखा कि कैसे हरियाणा के लोगों ने उनके झूठ को खारिज कर दिया। वहां के लोगों ने एक ऐसी सरकार को पंसद किया जो लोगों को स्थिर, जवाबदेही और प्रगति सुनिश्चित करे। पूरे भारत में यह अहसास बढ़ रहा है कि कांग्रेस को वोट देने का मतलब है खराब अर्थव्यवस्था, गैर-शासन बेमिसाल लूट के लिए वोट देना। भारत के लोग विकास और शांति चाहते हैं।
तेलंगाना के किसानों को कर्जमाफी का इंतजार : पीएम ने हिमाचल का उदाहरण देकर कहा कि हिमाचल प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं दिया जाता। तेलंगाना में किसान अपने वादे के मुताबिक कर्जमाफी का इंतजार कर रहे हैं। इससे पहले छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उन्होंने कुछ भत्ते देने का वादा किया था, जो पांच साल तक लागू नहीं हुए। कांग्रेस किस तरह काम करती है, इसके कई उदाहरण हैं।
पीएम ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को यह बात समझ में आ रही है कि झूठे वादे करना तो आसान है, लेकिन उन्हें सही तरीके से लागू करना मुश्किल या नामुमकिन है। वे लगातार प्रचार अभियान के दौरान लोगों से वादे करते रहते हैं, लेकिन उन्हें पता है कि वे कभी उन्हें पूरा नहीं कर पाएंगे। अब, वे लोगों के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं!
खड़गे ने क्या कहा था? : बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के नेताओं से कहा कि उतनी ही गारंटी का वादा करें, जितना आप दे सकते हैं। खड़गे चुनाव अभियान में कांग्रेस के घोषणा पत्र के वादों पर चर्चा कर रहे थे। आपने कर्नाटक में 5 गारंटी का वादा किया था , आपको देखकर हमने महाराष्ट्र में भी 5 गारंटी का वादा किया है। आज आप एक गारंटी रद्द करने जा रहे हैं। मैंने उनसे कहा कि पांच, सात या आठ गारंटी का वादा मत करो। इसके बजाय ऐसे वादे करो जो आपके बजट के अनुसार हों।