गढ़शंकार। पंजाब सरकार की तरफ से आम जनता को बुनियादी सुविधाएं देने की बजाए जो पिछली सरकारों की तरह फ्री बिजली एवं फ्री आटा देने का फार्मुला अपनाया जा रहा है, वह निंदनीय है। इससे जात-पात की विवादित प्रवृति को बढ़ाने का प्रयास किया गया है।
आदर्श सोशल वैल्फेयर सोसायटी पंजाब के संस्थापक सतीश कुमार सोनी ने कहा कि गत दिनों ही सीएम भगवंत मान ने निशुल्क बिजली सप्लाई देने के पैकेज का ऐलान किया था परंतु अब जो ऐलान किया गया है, वह असमंजस की स्थिति पैदा करता है। जिसमें कहा गया कि जुलाई महीने से 600 यूनिट बिजली हर वर्ग को फ्री मिलेगी और यदि खपत 600 यूनिट से अधिक हो जाती है तो जनरल वर्ग को पूरे बिल का भुगतान करना होगा। उन्होंने कहा कि जनरल वर्ग भी गरीब वर्ग से संबंधित है और मीडिल श्रेणी के लोग आयकर का भुगतान कर रहे हैं और पब्लिक सैक्टर में मिलने वाली सुविधाओं का उन्हें भी पूरी तरह से लाभ मुहैया करवाया जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी जनरल वर्ग के प्रति उपेक्षा बरत रही है और यह पिछली सरकारों की भांति नकारात्मक सोच को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त कार्रवाई से जात-पात की प्रवृति बढ़ जाएगी। जबकि सरकार को इस समय सभी समुदायों को एक साथ लेकर चलना चाहिए। उन्होंने मांग की कि सभी वर्गों को एक समान तौर पर सुविधाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने कहा कि फ्री देने का एजेंडा छोड़ कर प्रत्येक वर्ग के युवाओं को रोजगार मुहैया करवाया जाए ताकि वह गलत संगत का शिकार न हो सकें और पैसे कमा कर स्वयं के परिवार का भलीभांति पालन पोषण कर सकें