शिमला । हिमाचल सचिवालय के बाहर विशाल प्रदर्शन के बाद बागवान “जेल भरो आंदोलन’ की तैयारियों में जुट गए हैं। संयुक्त किसान मंच के बैनर तले आठ अगस्त को ब्लाक स्तर पर बैठकें कर जेल भरो आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। संयुक्त किसान मंच की शिमला में देर रात तक चली बैठक में निर्णय लिया गया कि 10 दिन में मांगे पूरी नहीं होने की सूरत में बागवान गिरफ्तारियां देकर आंदोलन को उग्र करेंगे।
बता दें कि बीते कल के प्रदर्शन के दौरान बागवानों की मुख्य सचिव आरडी धीमान के साथ बैठक हुई। इसमें सरकार ने मांगे पूरा करने के लिए 10 दिन का समय मांगा है। हालांकि मुख्य सचिव ने सैद्धांतिक तौर पर कुछ मांगे जरूर मान ली है। लेकिन ज्यादातर मांगों पर अभी सहमति नहीं बन पाई है। ऐसे में 16 अगस्त तक मांगे पूरी नहीं होने पर बागवान 17 अगस्त को जेल भरने की बात कह रहे हैं।
सेब उत्पादक संघ के अध्यक्ष सोहन ठाकुर ने बताया कि 1990 के बाद बागवान पहली बार सड़कों पर आया है। संयुक्त किसान मंच के बैनर तले 27 संगठन जेल भरो आंदोलन की तैयारियों में जुट गए हैं। इसके लिए गांव, पंचायत व ब्लाक स्तर पर बैठकें कर रणनीति बनाई जाएगी।
उन्होंने बताया अब बागवान निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे। इसके लिए उन्हें चाहे दिल्ली की तर्ज पर आंदोलन क्यों न शुरू करना पड़े। उन्होंने कहा कि बागवान सेब तुड़ान छोड़कर सड़कों पर है। सरकार फिर भी उन्हें हल्के में लेने की कोशिश कर रही है।
जेल भरो आंदोलन की तैयारियों में जुटे हिमाचल प्रदेश के बागवान
Aug 06, 2022