रोहित जसवाल। ऊना। उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर एक बार फिर आमने-सामने होते हे तो हिमाचल की सियासत में गर्माहट आ जाती है। दोनों नेताओं के बीच यहां विधानसभा में भी खूब नोकझोंक होती है और सदन के बाहर भी एक-दूसरे के खिलाफ दोनों की बयानबाजी अक्सर देखने को मिलती है। कल डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने ऊना में मीडिया के साथ बातचीत के दौरान कहा कि जिनका अपना ट्रैक रिकॉर्ड खराब हो, उन्हें सत्ता से जनता द्वारा हटाने के बाद उपदेश नहीं देना चाहिए।
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री का निशाना : डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह बेहतर होता कि जयराम ठाकुर खुद सत्ता में रहते हुए हिमाचल पथ परिवहन निगम की चिंता करते। मुकेश अग्निहोत्री, नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के उस बयान पर पलटवार कर रहे थे, जिसमें उन्होंने यह कहा था कि एचआरटीसी के पेंशनर्स को वक्त पर पेंशन नहीं मिली।
जब सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार ने 11 दिसंबर 2024 को दो साल का कार्यकाल पूरा किया था। दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर झूठ बोलने की आरोप लगाए थे और इस्तीफा देने की मांग की थी। डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने याद दिलाया कि जयराम सरकार के 60 महीने के कार्यकाल में केवल तीन बार ही पेंशन समय पर दी गई। जबकि 57 महीने एचआरटीसी कर्मियों की पेंशन अदायगी देरी से की गई ।बीजेपी शासनकाल में जनवरी 2018 में पेंशन अदायगी 53 दिनों की देरी से की गई। वहीं, मार्च 2020 में 35 दिन, मार्च 2021 में 42 दिन और मई 2021 में 33 दिन देरी से पेंशन का भुगतान किया गया।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर का पलटवार : नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के बयान पर पलटवार किया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि वह ट्रैक रिकॉर्ड की बात तो बाद में करेंगे। पहले डिप्टी सीएम को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। जयराम ठाकुर ने कहा कि वह आज भी अपनी बात पर अडिग हैं। जब मंच से मुकेश अग्निहोत्री कर्मचारियों के वेतन और पेंशनर्स के पेंशन भुगतान का दावा कर रहे थे, तब तक पेंशनर्स के खाते में पेंशन नहीं आई थी। उन्होंने मंच से झूठ बोला ऐसे में उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।