रोहित राणा । ऊना, 20 नवंबर। बाल कल्याण समिति की त्रैमासिक बैठक जिला मुख्यालय में मंगलवार को आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता उपायुक्त जतिन लाल ने की। इस अवसर पर बाल कल्याण समिति द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। उपायुक्त ने बाल कल्याण समिति को निर्देश दिया कि बच्चों से संबंधित कोई भी मामला समिति के संज्ञान में आते ही तुरंत उनके ध्यान में लाया जाए, ताकि समय पर उचित समाधान सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने जानकारी दी कि जुलाई से सितंबर 2024 के दौरान स्पॉन्सरशिप एवं फोस्टर केयर योजना के तहत चार प्रस्ताव प्राप्त हुए थे। समिति ने इन प्रस्तावों का निरीक्षण कर सभी मामलों को अनुमोदित कर जिला बाल संरक्षण अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई के लिए भेज दिया है। इसके अलावा, फोस्टर केयर योजना के तहत सहायता प्राप्त कर रहे 40 बच्चों के घरों और स्कूलों का भी निरीक्षण किया गया है ताकि उनकी स्थिति का आकलन हो सके।
बैठक के उपरांत उपायुक्त ने वन स्टॉप सेंटर ऊना का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने खाली पड़े पदों के संबंध में जानकारी ली और निर्माणाधीन नए भवन की प्रगति का भी जायजा लिया। इस दौरान अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। इसके अलावा, उपायुक्त ने संप्रेक्षण गृह एवं विशेष गृह संस्थान समूर कलां का दौरा किया। वहां उन्होंने बच्चों की देखरेख, रहने की व्यवस्था और अन्य सुविधाओं का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के निर्देश दिए।
बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी राणा ने बताया कि समिति नियमित रूप से संप्रेक्षण गृह, विशेष गृह संस्थान समूर कलां और प्रेम आश्रम का निरीक्षण करती है। हर माह दो बार इन संस्थानों का दौरा कर बच्चों की रहने की व्यवस्था, खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक सेवाओं की जांच की जाती है।
इसके अलावा, समिति विभिन्न योजनाओं जैसे पॉक्सो एक्ट, जेजे एक्ट, बाल विवाह निषेध कानून और बच्चों के कल्याण के लिए संचालित अन्य सरकारी योजनाओं के बारे में स्कूलों में जाकर जागरूकता अभियान भी चलाती है।
बैठक में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष मीनाक्षी राणा, जिला बाल संरक्षण अधिकारी कमलदीप सिंह, सीपीओ संजय सांख्यान और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।