भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। अब अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट एजेंसी मैक्सार टेक्नोलॉजीज द्वारा जारी की गई तस्वीरों ने पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब कर दिया है।
इन तस्वीरों में पाकिस्तान के चार प्रमुख एयरबेस-नूर खान, मुशफ, भोलारी और शाहबाज को हुए नुकसान की पुष्टि हुई है। भारत की सटीक सैन्य कार्रवाई ने न सिर्फ पाकिस्तान के सामरिक ढांचे को झटका दिया है, बल्कि उसकी सुरक्षा रणनीति पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। इन हमलों की गूंज अब वैश्विक मंच तक पहुंच गई है।
पाकिस्तान के जिन एयरबेस को नुकसान पहुंचा है, वे उसकी सैन्य शक्ति की रीढ़ माने जाते हैं। खासकर रावलपिंडी का नूर खान एयरबेस, जो VIP मूवमेंट और सेना प्रमुख जैसे वरिष्ठ अधिकारियों के उपयोग में आता है, अब बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सरगोधा में मौजूद पीएएफ मुशफ बेस, जहां न्यूक्लियर प्लेटफॉर्म्स और विशिष्ट स्क्वाड्रन तैनात थे, वहां की तबाही पाकिस्तान के मनोबल को गहरे स्तर तक झकझोरने वाली साबित हुई है।
नूर खान और भोलारी एयरबेस पर बड़ा असर
रावलपिंडी का नूर खान एयरबेस, जो पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से महज 13 किलोमीटर की दूरी पर है, बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। यह एयरबेस राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सेना प्रमुख जैसे उच्च पदस्थ लोगों के विमानों के लिए प्रमुख केंद्र है। वहीं भोलारी एयरबेस, जिसे पाकिस्तान की भविष्य की रणनीतिक तैयारियों का हिस्सा माना जाता था, अब निशाने पर है। यहां रनवे और संरचनाओं को नुकसान पहुंचा है, जिससे वायुसेना और नौसेना दोनों की क्षमताओं पर असर पड़ा है।
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पीएएफ मुशफ और शाहबाज बेस की हालत चिंताजनक
सरगोधा स्थित पीएएफ मुशफ एयरबेस, जिसे पाकिस्तान का सबसे सुरक्षित एयरबेस माना जाता था, भारतीय सेना के हमलों में बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ है। यह बेस न्यूक्लियर डिलीवरी और कॉम्बैट ट्रेनिंग का प्रमुख केंद्र था। जैकोबाबाद में स्थित पीएएफ शाहबाज बेस की ताजा तस्वीरों में एक संरचना पूरी तरह तबाह दिख रही है। यह बेस तीव्र सैन्य तैनाती के लिए इस्तेमाल होता था और इसकी अहमियत पाकिस्तान की दक्षिणी सुरक्षा नीति में थी।