एएम नाथ। करसोग : मॉनसून सीजन: नदी नालों में कूड़ा कचरा फैंकने से पानी का रास्ता हो जाता हैं अवरुद्ध, बढ़ता हैं आपदा का खतरा ग्राम पंचायत ठाकुरथाना, रिछनी, बालीधार व चौरीधार के स्वयंसेवियों के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण व जागरूकता संबंधी कार्यशाला शुरू
करसोग में आपदा जोखिम न्यूनीकरण व आपदा जोखिम से निपटने के लिए जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण मंडी के सौजन्य से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन उपमंडलीय कानूनगो रामकृष्ण की अध्यक्षता में एसडीएम सभागार में किया गया।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में ग्राम पंचायत ठाकुरथाना, रिछनी, बालीधार व चौरीधार
के स्वयंसेवी प्रशिक्षु भाग ले रहे हैं। जिला प्रशासन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के माध्यम से जिला की विभिन्न पंचायतों में प्रशिक्षण व जागरूकता शिवरों का आयोजन किया जा रहा है ताकि समय रहते लोगों को जागरूक किया जाए और आपदा जोखिम को कम किया जा सके।
प्रशिक्षण शिविर के दौरान जिला सर्व समन्वयक अमरजीत सिंह ने आपदा से जुड़े विभिन्न पहलुओं के ऊपर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्वयंसेवी प्रशिक्षुओं को भूकंप के दौरान क्या करें क्या ना करें और भूकंप के दौरान पानी कैसे पिए, कैसे पानी का इस्तेमाल करें इसकी विस्तृत जानकारी दी और साथ ही प्राथमिक उपचार के बारे में जानकारी प्रदान की गई। कार्यशाला के दौरान स्वयंसेवी प्रशिक्षुओं को भूकंप, भूस्खलन, बाढ़, जंगल की आग एवं सड़क दुर्घटना के प्रति त्वरित सुरक्षा को लेकर विस्तार से जानकारी प्रदान की गई।
उन्होंने बताया कि समस्त सर्व टास्क फोर्स, यूथ वॉलिंटियर, आपदा मित्र, महिला मंडल, स्वयं सहायता समूह, युवक मंडल तथा पंचायत में बनी आपदा प्रबंधन कमेटी पंचायत प्रधान पंचायत कमेटी तथा एनजीओ से आग्रह किया कि अपने पंचायत स्तर पर बैठक सुनिश्चित कर लोगों को जागरूक करें । उन्होंने कहा कि अपने आसपास के क्षेत्र की नदी नालों व घरों के आसपास कूड़ा या पानी का रास्ता अवरुद्ध न करें व मानसून आने से पहले उनकी साफ सफाई अपने स्तर पर करना सुनिश्चित करें ताकि आने वाले समय में किसी भी आपदा का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा कि समस्त सर्व टास्क फोर्स यूथ वॉलिंटियर व आपदा मित्र किसी भी प्रकार की आपदा के दौरान सहयोग के लिए तत्पर रहे और उस स्थिति में ग्रुप के माध्यम से ही अपने क्षेत्र की जानकारी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण को टोल फ्री नंबर 1077 पर तुरंत सूचना दें ।
इस दौरान स्वयंसेवियों को सुरक्षित व भूकंपरोधी भवन निर्माण के अतिरिक्त आपदा के समय दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई।
.0.