मुंबई : महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के हरिहरेश्वर तट पर समुद्र में एक संदिग्ध बोट मिली है। बोट में तीन AK-47 और बुलेट्स मिले हैं। बोट गुरुवार सुबह करीब 8 बजे के आसपास एक स्थानीय मछुआरे ने देखी और पुलिस को इंफॉर्म किया। पुलिस ने इस घटना के पीछे आतंकी साजिश से इनकार नहीं किया है। स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही पूरे रायगढ़ जिले को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही समुद्र किनारे के सभी इलाकों की की नाकेबंदी कर दी गई है। मौके पर एंटी टेरर स्क्वॉड ( ATS) भी पहुंच गई है। टीम आतंकी साजिश के एंगल से इसकी जांच कर रही है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने बोट को रस्सी के सहारे किनारे खींचा और उसे जब्त कर लिया। बोट पर एक काले रंग का बड़ा सा बॉक्स था, जिसमें तीन AK-47 और गोलियां बरामद हुई हैं। गोलियां ब्लू और रेड कलर के छोटे-छोटे बॉक्स में रखी गइ थीं। पुलिस के मुताबिक, मुंबई से यह इलाका करीब 190 किलोमीटर दूर है।
पुलिस ने बताया कि जिस बॉक्स में हथियार रखे हुए थे, उस पर अंग्रेजी में नेप्च्यून मरीटाइम सिक्योरिटी लिखा हुआ है। यह कंपनी ब्रिटेन की बताई जा रही है। पुलिस कंपनी के अधिकारियों से इसकी जानकारी जुटा रही है।
इसके अलावा भारदखोल में एक लाइफबोट भी मिली है। यह हरिहरेश्वर तट से करीब 32 किलोमीटर दूर है। दोनों इलाके रायगढ़ जिले के श्रीवर्धन तालुका के अंदर आते हैं। ATS चीफ विनीत अग्रवाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये आतंकी साजिश भी हो सकती है। नाव दूसरे देश का है या नहीं और इसका उद्देश्य क्या था, हम इसकी भी जांच करेंगे।
रायगढ़ के तट पर पहले भी संदिग्ध गतिविधियां होती रहीं हैं। कहा जाता है कि 1993 ब्लास्ट से पहले अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के निर्देश पर यहीं के शेखाडी तट पर ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए RDX उतारे गए थे। 26/11 में कसाब समेत 10 आतंकी भी रायगढ़ के समुद्र को क्रॉस करके मुंबई पहुंचे थे। यह भी थ्योरी सामने आई थी कि कसाब और उसकी टीम ने यहीं अपनी एक नाव बदली थी। करीब 13 साल पहले यानी 26 नवंबर 2008 को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। इसमें 300 से ज्यादा लोग मारे गए थे। तब लश्कर-ए-तैय्यबा के 10 पाकिस्तानी आतंकी समुद्र के रास्ते ही यहां आए थे। इनमें से 9 मारे गए थे, जबकि सिर्फ अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था। 21 नवंबर 2012 को कसाब को फांसी पर लटका दिया गया था।