दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सामाजिक प्रकल्प संतुलन – लिंग समानता कार्यक्रम के अंतर्गत एक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गय
होशियारपुर । दलजीत अजनोहा : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य पर दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के सामाजिक प्रकल्प संतुलन – लिंग समानता कार्यक्रम के अंतर्गत एक आध्यात्मिक कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय आश्रम, गौतम नगर, होशियारपुर में किया गया।
इस अवसर पर श्री आशुतोष महाराज जी की शिष्या साध्वी सुश्री मीमांसा भारती जी ने बताया कि हाल के वर्षों में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करने के मामले में लोगों का नजरिया बदला है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, दुनिया का कोई भी देश यह दावा नहीं कर सकता है कि वहाँ महिलाओं को पुरुषों के समान सभी अधिकार प्राप्त हैं।
महिलाएं हिंसा का शिकार होती हैं। बलात्कार और घरेलू हिंसा के साथ-साथ विकलांगता जैसी कई गंभीर परिस्थितियों से भी उन्हें गुजरना पड़ता है। इसलिए, महिलाओं को हिंसा से बचाने और उनके अधिकार सुनिश्चित करने के लिए महिला दिवस का आयोजन किया जाता है। आगे, साध्वी जी द्वारा महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। जो महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर नहीं हैं, उन्हें अपने पति से भरण-पोषण का खर्च प्राप्त करने का अधिकार है। माता-पिता की संपत्ति में बेटियों का भी उतना ही अधिकार होता है जितना कि बेटों का।
घरेलू हिंसा व उत्पीड़न के खिलाफ महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए अधिनियम बनाया गया है, जिसके अंतर्गत 3 साल की कैद और जुर्माने की सजा हो सकती है। दहेज लेना और देना कानूनी अपराध है, जिसमें 5 साल की कैद और 15 हजार रुपये जुर्माने का प्रावधान है।
इस कार्यक्रम के द्वारा महिलाओं को जागरूक और सशक्त बनाने का संदेश दिया गया। समाज में समानता और न्याय के लिए ऐसे प्रयास जरूरी हैं। अंत में साध्वी जी ने कहा कि आशा है कि हम सभी मिलकर महिलाओं के अधिकारों और सम्मान की रक्षा करेंगे और संपूर्ण समाज को इस के लिए प्रोत्साहित करेंगे ।