देहरादून : उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से देहरादून आई पंजाब की एक किशोरी के साथ आईएसबीटी में बस के अंदर सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। घटना 13 अगस्त तड़के की बताई जा रही है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आईएसबीटी परिसर से कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। पुलिस के अनुसार, पंजाब की रहने वाली किशोरी मुरादाबाद से यूपी रोडवेज की बस में सवार हुई थी। वो 13 अगस्त रात करीब दो बजे आईएसबीटी देहरादून पहुंची। आरोप है कि बस खाली होने के बाद करीब पांच लोगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में किशोरी को बस से उतारकर आरोपी चले गए। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की हेल्पलाइन टीम को आईएसबीटी के बाहर किशोरी बदहवास हालत में मिली।
कमेटी ने किशोरी की काउंसलिंग की तो उसने आपबीती सुनाई। कमेटी के सदस्य शनिवार रात आईएसबीटी चौकी पहुंचे और घटना की जानकारी दी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दो लोगों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एसएसपी ने खुद आईएसबीटी चौकी पहुंचकर घटना की जानकारी ली। उनके निर्देश पर सामूहिक दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज किया गया।
रोडवेज के काउंटर से कर्मचारी को हिरासत में लिया : दून स्थित आईएसबीटी से शनिवार को पुलिस की टीम कर्मचारी को अपने साथ उठा ले गई। मामले की जानकारी तब मिली, जब मौके पर कैश जमा करने के लिए एक-एक परिचालक पहुंचने लगे, मगर वहां तैनात कर्मचारी गायब था। जानकारी ली तो पता चला कि ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी को पुलिस पूछताछ के लिए ले गई है। इसके बाद बड़ी संख्या में ड्राइवर-कंडक्टर आईएसबीटी चौकी पहुंच गए, जहां पता लगा कि किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म के मामले की जांच में पूछताछ के लिए कर्मचारी को पुलिस चौकी लाई। इसके बाद रोडवेज बस ड्राइवर और कंडक्टर चौकी से लौट आए। हिरासत में लिए कर्मचारी से रात 12 बजे से बाद तक पूछताछ जारी थी। आज तक नहीं हुई ऐसी वारदात : रोडवेज कर्मचारी यूनियन के नेताओं का कहना था कि गैंगरेप की यह पहली वारदात होगी। अब तक इस तरह की घटना की उन्हें कोई जानकारी नहीं है। आईएसबीटी में लगे हुए सीसीटीवी कैमरों से मिलेगी मदद : आईएसबीटी में सुरक्षा की दृष्टि से एमडीडीए की ओर से कई जगह सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। ऐसे में इन कैमरों की फुटेज से पुलिस को बड़ी मदद मिल सकती है।
बालिका निकेतन में काउंसलिंग: चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सदस्य प्रीति थपलियाल ने बताया कि आईएसबीटी के बाहर हेल्पलाइन टीम को किशोरी बदहवास हालात में मिली थी। यहां से उसे चाइल्ड हेल्पलाइन बूथ ले जाया गया। तब किशोरी रो रही थी। हेल्पलाइन की टीम किशोरी को बालिका निकेतन ले गई। यहां उसने बताया कि उसके साथ गलत किया गया है। काउंसलिंग में किशोरी ने बताया कि वो पंजाब की है। माता-पिता का देहांत हो चुका है। वो दीदी के साथ रहती थी। पर, जीजा और बहन ने उसे घर से निकाल दिया। इसके बाद वो दिल्ली पहुंची और वहां से मुरादाबाद होकर दून आ गई।
लाल रंग की बस का किया जिक्र : किशोरी ने पूछताछ में बताया कि जिस बस में उसके साथ दरिंदगी की गई, वो लाल रंग की थी। संभवत: उसके साथ दूसरे राज्य की रोडवेज बस में सामूहिक रेप किया गया। लेकिन, यह भी आशंका जताई जा रही कि उसके साथ उत्तराखंड की रोडवेज बस में दुष्कर्म हुआ होगा। दून पुलिस इस मामले में गंभीरता के साथ जांच-पड़ताल कर रही है।
पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर हुई वारदात
देहरादून। आईएसबीटी में बस के अंदर किशोरी से सामूहिक दुष्कर्म सामने आने के बाद यहां पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था भी सवालों के घेरे में आ गई है। इस बस अड्डे के मुख्य गेट से सटकर पटेलनगर कोतवाली की आईएसबीटी चौकी है। बस अड्डे पर पूरी रात बसें और यात्रियों का आना जाना लगा रहता है। ऐसे में किशोरी के साथ तड़के बस में दुष्कर्म होना कई सवाल खड़े कर रहा है। सीओ डालनवाला और पटेलनगर कोतवाल शनिवार रात खबर लिखे जाने तक आईएसबीटी चौकी में मौजूद रहे।
आईएसबीटी के अंदर कहां थे सुरक्षाकर्मी?
आईएसबीटी के अंदर सुरक्षा कर्मी वारदात के वक्त कहां थे? इसकी भी जांच करना अब दून पुलिस के लिए जरूरी होगी। सामूहिक दुष्कर्म के वक्त किशोरी ने विरोध किया होगा तो क्यों कोई उसकी चीख-पुकार नहीं सुन पाया। उधर, वारदात के बाद शनिवार देर रात एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ, पटेलनगर कोतवाल सभी मौके पर पहुंचे।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह, ”किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत मिली है। मुकदमा दर्ज कर लिया है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के संज्ञान में 13 अगस्त को घटना आ गई थी। मामला सामने आते ही टीमों को जांच में लगा दिया गया है। आईएसबीटी में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। पीड़िता से बात करने का प्रयास किया गया है।