चंडीगढ़। पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए भगवंत मान सरकार ने अभियान छेड़ दिया है। पुलिस ने नशा तस्करों और गैगस्टर्स के खिलाफ विशेष अभियान चलाया हुआ है, जिसमें काफी सफलता मिली है। राज्य के पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने हाल में हुई कार्रवाई को लेकर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जनवरी से लेकर अक्टूबर तक लिए गए सारे एक्शन की जानकारी साझा की जाएगी।
इस दौरान डीजीपी ने बताया कि पंजाब पुलिस ने पिछले 10 महीनों में 7686 एफआईआर दर्ज कर 153 बड़े तस्करों सहित 10524 नशा तस्करों पर कार्रवाई की है। गौरतलब है कि पंजाब पुलिस ने नशों की समस्या से निपटने के लिए समावेशी नजरिया अपनाते हुए, बड़े तस्करों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ गांवों और मोहल्लों में छोटे स्तर पर नशे का कारोबार करने वालों पर भी नजर है।
डीजीपी गौरव यादव ने 2024 में अब तक की नशों की बरामदगी का विवरण देते हुए बताया कि पुलिस टीमों ने नशों के संभावित रूटों पर नाकाबंदी और प्रभावित इलाकों में सर्च अभियान चला कर राज्य भर में 790 किलो हेरोइन जब्त की है। हेरोइन के अलावा, पुलिस टीमों ने 860 किलो अफीम, 367 क्विंटल भुक्की, 93 किलो चरस, 724 किलो गांजा, 19 किलो आईसीई और 2.90 करोड़ गोलियां/कैप्सूल/टीके/शीशियां भी जब्त की हैं। साथ ही कहा कि पुलिस ने इस साल गिरफ्तार किए गए नशा तस्करों के कब्जे से 13.62 करोड़ रुपये की ड्रग मनी भी जब्त की है। आगे डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस ने 1 जनवरी 2024 से अब तक 362 बड़े तस्करों की 208 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की हैं, जबकि 289 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने के संबंध में 470 मामले मंजूरी के लिए संबंधित विभागों के पास लंबित पड़े हैं। साथ ही कैंपेन के जरिये युवाओं को नशा से दूर जाने की भी मुहिम चलाई गई है।