हरियाणा में नई सरकार का गठन हो गया है. नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) ने हरियाणा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली है. उनके साथ 13 मंत्रियों को भी शपथ दिलाया गया है. इनमेंं अंबाला कैंट से विधायक अनिल विज (Anil Vij), राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjeet Singh) की बेटी आरती सिंह राव और पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी शामिल हैं.
इसके अलावा श्याम सिंह राणा, महिपाल ढांडा, कृष्ण लाल पंवार, अरविंद शर्मा, रणबीर सिंह गंगवा, राव नरबीर सिंह, विपुल गोयल, राजेश गुर्जर, गौरव गौतम और कृष्ण कुमार बेदी को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है.
36 बिरादरी को साधने की कोशिश
नायब सिंह सैनी कैबिनेट में जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने की कोशिश की गई है. कैबिनेट में 2 दलित, 2 ब्राह्मण, 2 जाट, 4 ओबीसी, एक राजपूत, एक पंजाबी और एक पंजाबी बनिया समुदाय के विधायक को जगह दी गई है.
पंजाबी: अनिल विज
दलित: कृष्ण लाल पंवार, कृष्ण कुमार बेदी
जाट: श्रुति चौधरी, महिपाल ढांडा
ओबीसी: राव नरबीर सिंह, आरती सिंह राव, रणबीर सिंह गंगवा, राजेश नागर गुरजकर
ब्राह्मण: गौरव गौतम, अरविंद शर्मा
बनिया: विपुल गोयल
राजपूत: श्याम सिंह राणा
सैनी के शपथ ग्रहण में शामिल हुए पीएम मोदी
नायब सिंह सैनी के शपथ ग्रहण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, देवेंद्र फडणवीस, योगी आदित्यनाथ, पुष्कर धामी, भूपेंद्र पटेल और मनोहर लाल खट्टर समेत बीजेपी के कई नेता शामिल हुए. इसके अलावा एनडीए के सहयोगी दलों से एकनाथ शिंदे, अजित पवार, पवन कल्याण और ललन सिंह भी मंच पर मौजूद रहे. इसके अलावा कई राज्यों के सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शपथ ग्रहण समारोह के दौरान मौजूद रहे. नायब सिंह सैनी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. इससे पहले 12 मार्च 2024 को वह पहली बार मुख्यमंत्री चुने गए थे.
पंचकूला की बैठक में नेता चुना गया
16 अक्टूबर को पंचकूला में बीजेपी विधायक दल की बैठक हुई थी. इस बैठक में नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुना गया. विधायक दल की बैठक में अनिल विज ने विधायक दल के नेता के तौर पर नायब सिंह सैनी के नाम का प्रस्ताव रखा. जिसका सभी विधायकों ने समर्थन किया. इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहे.
हरियाणा में बीजेपी की बड़ी जीत : पिछले दस साल से हरियाणा की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने इस बार सबसे बड़ी जीत दर्ज की. बीजेपी ने राज्य की 90 में से 48 सीटों पर जीत दर्ज की. वहीं कांग्रेस को 37 सीटों पर जीत मिली. इसके अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के खाते में दो सीटें गईं.