रोहित जसवाल। शिमला: हिमाचल में पर्यवेक्षक की सिफारिश पर कांग्रेस का नया संगठन बनेगा। हिमाचल में नया संगठन खड़ा करने के लिए हाईकमान की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक पहले दौर में जिला और ब्लॉक स्तर पर पार्टी नेताओं से फीडबैक ले चुके हैं। दूसरे दौर में अब पार्टी से छूटे नेताओं से फीडबैक लिया जा रहा है। अगले दो सप्ताह के भीतर सभी पर्यवेक्षक अपनी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस के सह प्रभारी और प्रभारी को सौंपेंगे। सूत्रों की मानें तो पिछले सालों में नेताओं से नजदीकी और भाई-भतीजावाद के आधार पर संगठन में हुई नियुक्तियों से आम कार्यकर्ता निराश हैं। संगठन में महिलाओं, युवाओं और सभी वर्गों को जगह नहीं मिल पाई। इससे कार्यकर्ताओं में निराशा है। आम कार्यकर्ता खुलकर कह रहे हैं कि संगठन में ऊर्जावान कार्यकर्ताओं को तरजीह मिलनी चाहिए।
एनएसयूआई, युवा कांग्रेस, कांग्रेस सेवादल, महिला कांग्रेस में बेहतर काम करने वालों को नियुक्ति मिलनी चाहिए। जाहिर है कि इस बार सीएम, मंत्रियों, कांग्रेस अध्यक्ष व पूर्व में बड़े पदों पर रहे नेताओं से नजदीकियों के आधार पर संगठन में जगह नहीं मिलेगी। इससे बड़े पद की लालसा रखने वाले नेताओं की उम्मीदों को झटका लगेगा। आमतौर पर हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष की तैनाती करती है। इसके बाद अध्यक्ष अपनी टीम बनाते आए हैं। मगर इस बार अध्यक्ष प्रतिभा सिंह को फ्री हैंड नहीं मिलेगा। वर्तमान में प्रतिभा सिंह कांग्रेस की अध्यक्ष हैं। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने डेढ़ महीने पहले जब हिमाचल की राज्य, जिला व ब्लाक कार्यकारिणी भंग की तब माना जा रहा था कि प्रतिभा अपने करीबियों को संगठन में जगह दिलाएगी। इसी तरह सीएम सुक्खू भी अपने समर्थकों के लिए लॉबिंग करेंगे। मगर अब ऑब्जर्वर की रिपोर्ट नियुक्ति का आधार बनी तो संगठन में नए व चौंकाने वाले नाम भी हो सकते है।
कांग्रेस हाईकमान ने जिला व ब्लाक स्तर पर ऑब्जर्वर नियुक्त कर रखे हैं। जिला व ब्लाक में तैनात ऑब्जर्वर फील्ड का दौरा करके लौट आए है। लोकसभा लेवल पर तैनात चारों ऑब्जर्वर अभी फील्ड का दौरा कर रहे है। 20 दिसंबर तक सभी ऑब्जर्वर अपनी रिपोर्ट बनाकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और सह प्रभारी विदित चौधरी व चेतन चौहान को सौंपेगे। इसके बाद पार्टी हाईकमान प्रदेश में नया संगठन खड़ा करेगा। प्रदेश में यह पहला मौका है जब कांग्रेस ने हिमाचल में संगठन खड़ा करने का फॉर्मूला बदला है। इस तरह निचले स्तर के पार्टी नेताओं से फीडबैक लेकर संगठन खड़ा किया जा रहा है।
दावा किया जा रहा है कि जनवरी 2025 में प्रदेश कांग्रेस को नया संगठन मिल जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस के नेताओं से मीटिंग कर चुके सह प्रभारी
इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के दो सह प्रभारी विदित चौधरी और चेतन शिमला में सभी पार्टी नेताओं से वन टू मीटिंग कर चुके हैं। सभी नेताओं से नए संगठन को लेकर फीडबैक ले चुके हैं। इनके निर्देशों पर ऑब्जर्वर अब फील्ड में जाकर फीडबैक ले रहे हैं।