चंडीगढ़ : पंजाब की भगवंत मान सरकार को खजाने की चिंताजनक हालत के कारण बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते सरकार द्वारा चुनाव से पहले ढ़ी गई केजरीवाल की गारंटियों के बारे कुछ अहम ऐलानों को अमल में लाना मुश्किल हो रहा है।
प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक 2 अप्रैल को पंजाब सरकार ने कामकाज चलाने के लिए 1500 करोड़ रुपये का और ऋण मार्कीट में से लिया है। सरकार के बनते ही शुरु में 17 मार्च को 1500 करोड़ रुपये का ऋण उठाया गया था। 24 मार्च को 2500 करोड़ रुपये का कर्जा लिया गया।
इस समय बिजली संकट के कारण बिजली महंगी खरीदने पर बड़ी राशि खर्च हो रही है।
वहीं कर्मचारियों के वेतन व पैंशन की अदायगी में भी बड़ी राशि चली जाती है । पर पेट्रोल व डीजल पर लगे टैक्स से ही पंजाब सरकार को बड़ी कमाई सरकार को आ रही है और कामकाज चलाने कुछ आसान हो रहा है। सरकार द्वारा अब बिभिन्न तरह के वकायो की वसूली कर आय बढ़ाने के प्रयास तेज किए जा रहे है।