चंडीगढ़ । पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित ने पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन रद्द किए जाने के बाद CM भगवंत मान को संविधान का पाठ पढ़ाया है। जिसमें उन्हें बताया गया कि गवर्नर और CM का काम क्या होता है?। CM यह समझ सकें कि स्पेशल सेशन रद्द क्यों किया गया और संविधान के अनुसार सेशन बुलाने की सही प्रक्रिया क्या होती है। जिसके बाद पंजाब सरकार ने गवर्नर को एजेंडा भेजा के जीएसटी,पराली वी बिजली आदि एजेंडा है।
गवर्नर ने CM मान से कहा कि मीडिया में उनका बयान पढ़ने के बाद उन्हें ऐसा प्रतीत हुआ कि शायद वह मुझसे काफी नाराज हैं। लगता है CM मान के कानूनी सलाहकार उन्हें पर्याप्त जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसलिए संविधान के आर्टिकल-167,168 के प्रावधान पढ़ने के लिए भेजे हैं। इसे पढ़ने के बाद CM मान की राय उनके बारे में निश्चित रूप से बदल जाएगी। इस मामले को लेकर पंजाब के कैबिनेट एवं वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि पंजाब के गवर्नर का बार-बार पंजाब सरकार के कामकाज में हस्तक्षेप करना स्पष्ट करता है कि वह भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित द्वारा 27 सितंबर को पंजाब सरकार द्वारा बुलाए गए विधानसभा के स्पेशल सेशन के विधायी कार्य का विवरण मांगने पर AAP के उर्जा मंत्री अमन अरोड़ा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताया है।
गौरतलब है कि इससे पहले AAP ने विश्वासमत साबित करने के लिए 22 सितंबर को पंजाब विधानसभा का स्पेशल सेशन बुलाया था। लेकिन महज विश्वासमत साबित करने के लिए सेशन बुलाने का कानूनन प्रावधान नहीं होने पर गवर्नर ने इसकी मंजूरी नहीं दी थी, जबकि AAP सरकार 92 विधायकों के साथ पंजाब में पूर्ण बहुमत में है। इसके बाद AAP ने भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और विधानसभा परिसर से मुख्य चौक तक पैदल मार्च निकाला। साथ ही गवर्नर पर भी भाजपा के इशारे पर काम करने के आरोप लगाए। अब AAP द्वारा 27 सितंबर को बुलाए गए सेशन पर गवर्नर के एजेंडा पूछने का जवाब दिया है।- प्रत्येक राज्य के CM का यह कर्तव्य होगा कि राज्य के मामलों में प्रशासन और कानून के प्रस्तावों से संबंधित मंत्री परिषद के सभी निर्णय राज्य के राज्यपाल को सूचित करें।
पंजाब गवर्नर ने CM को पढ़ाया संविधान : फिर भेजा गवर्नर को एजेंडा
Sep 24, 2022