मध्य प्रदेश के राजा रघुवंशी ने सोनम से शादी की. दोनों परिवार इस शादी से बेहद खुश थे. शादी के बाद हर कपल की तरह राजा-सोनम ने भी हनीमून पर जाने का प्लान बनाया. पहले तय हुआ कि दोनों असम के कामाख्या देवी मंदिर जाएंगे।
फिर वहीं से कश्मीर के लिए निकल जाएंगे. दोनों 20 मई को पहले असम के कामाख्या देवी मंदिर पहुंचे. फिर यहां उन्होंने कश्मीर की जगह मेघालय जाने का प्रोग्राम बनाया. 20 मई को ही दोनों मेघालय पहुंचे. हालांकि, मेघायल में दोनों के साथ जो कुछ हुआ उससे पूरे देशभर में सनसनी मच गई।
पुलिस के मुताबिक, 22 मई को कपल किराए के स्कूटर पर मावलखियात गांव पहुंचा और वहां से नोंग्रियाट गांव में प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के लिए 3000 सीढ़ियां उतरकर गया. वो रात भर एक होमस्टे में ठहरे थे. फिर 23 मई को सुबह वहां से दोनों निकले थे. इसके कुछ घंटों के बाद दोनों लापता हो ग।.
गाइड भाकुपार वांशाई ने बताया- मावलाखैत से नोंग्रियात तक पहुंचने में लगभग तीन घंटे लगते हैं. इसमें लगभग 3,000 सीढ़ियां उतरनी पड़ती हैं. कपल ने मुझे 22 मई को फोन किया. शाम के 3:30 बज रहे थे. मैंने मना नहीं किया और उन्हें नोंग्रियात ले जाने का फैसला किया. उन्हें शिपारा होमस्टे पर छोड़ने के बाद मैं चला गया. एक अन्य गाइड अल्बर्ट पडे भी उनके साथ थे. वांशाई ने बताया- हमने अगले दिन (23 मई) भी अपनी सेवा देने की पेशकश की. लेकिन उन्होंने (कपल ने) मना कर दिया. उन्होंने कहा कि वे रास्ता जानते हैं. वांशाई ने पुलिस को बताया कि सोनम ज्यादातर अंग्रेजी में बात कर रही थी।
इस शख्स ने देखा था आखिरी बार : कपल 23 मई को सुबह 6 बजे होमस्टे से निकल गया था. अल्बर्ट पडे आखिरी शख्स थे जिन्होंने कपल को देखा था. उन्होंने कपल को सुबह 10 बजे मावलाखैत गांव की ओर 3,000 सीढ़ियां चढ़ते हुए देखा था. उनके साथ तीन आदमी थे, जिन्हें उन्होंने पर्यटक समझा था. इसके बाद सोनम और राजा दोनों लापता हो गए. पडे के मुताबिक- जब उन्होंने राजा-सोनम को देखा तो चार पुरुष आगे चल रहे थे, जबकि महिला पीछे थी. चारों पुरुष हिंदी में बातचीत कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं. गाइड ने दावा किया- जब तक मैं मावलाखैत पहुंचा, तब तक उनका स्कूटर वहां नहीं था।
सोनम की सास से हुई थी बात : दोनों की तलाश चल रही रही थी कि इस बीच सोनम और उसकी सास के बीच हुई बात का ऑडियो सामने आया. सास ने पूछ कुछ खाया- सोनम बोली- ‘यहां कुछ मिलता नहीं है. एक जगह पर दूध लिया उसमें आधा गिलास दूध में काफी पानी मिला था. कॉफी ली वो भी बेकार थी. मैंने फेंक दी.’ सोनम ने ये भी बताया था कि वो यहां झरना देखने जा रहे हैं. इसके बाद फोन कट हो गया।
2 जून को झरने के पास मिला शव
2 जून को फिर राजा का शव वेईसावडॉन्ग झरने के पास गहरी खाई में मिला. शव बुरी तरह सड़ चुका था. राजा के भाई विपिन ने ही शव की पहचान की. वो भी उनके हाथ पर बने राजा’ टैटू से. लेकिन सोनम नहीं मिली. शुरुआत में लगा कि दोनों का एक्सडेंट हुआ होगा, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खुलासा हुआ कि राजा की हत्या धारदार हथियार से की गई. राजा रघुवंशी के भाई विपिन की मानें तो जिस इलाके में ये लोग गए थे वो अपराध के लिए कुख्यात है. इस इलाके के बेहद करीब बांग्लादेश पड़ता है. यहां आने वाले कपल में से लड़की को अगवा कर बांग्लादेश ले जाते हैं।
बदहवास हालत में मिली सोनम
पुलिस की टीमें लगातार सोनम की तलाश करती रहीं. फिर इसके सात दिन बाद ही पुलिस को मामले में बड़ी कामयाबी हासिल हुई. 9 जून के दिन सोनम को यूपी के गाजीपुर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसकी पुष्टि गाजीपुर के एडीशनल एसपी ज्ञानेंद्र प्रसाद ने की. मेघालय के डीजीपी ने कहा- राजा मर्डर केस में उसकी पत्नी सोनम का ही हाथ था. उसी ने राजा को मरवाने के लिए भाड़े के किलर्स बुलवाए थे।
पुलिस ने मध्य प्रदेश के रहने वाले उन तीन 3 हमलावरों को भी गिरफ्तार किया गया है. साथ ही एक आरोपी की तलाश अभी जारी है. गाजीपुर पुलिस के मुताबिक, सोनम रघुवंशी यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर मिली है. वह बदहवास हालत में थी. अभी इस घटना पर कुछ भी बोल नहीं रही है. दरअसल, सोनम ने परिवार से संपर्क करने के लिए फ़ोन का इस्तेमाल किया जिसके बाद पुलिस सोनम तक पहुंची. फिलहाल सोनम को मेडिकल के लिए भेजा गया है. अब देखना होगा कि मामले में क्या-क्या खुलासे होते हैं।