होशियारपुर। स्थानीय पुलिस अस्पताल में मैडिकल अफसर डा. आशीश मैहान की अगुवाई में सेहत विभाग के सहयोग से विश्व एड्ज दिवस पर जागरूकता समारोह आयजित किया गया। जिसमें एसएसपी सरताज सिंह व सिविल सर्जन डा. प्रीत महिंदर सिंह मुख्य मेहमान के तौर पर शामिल हुए। इस दौरान संबोधित करते हुए एसएसपी सरताज सिंह ने कहा कि एड्ज का रोग मनुष्य के लिए पैदा हुए बढ़े खतरों में से एक है। इससे बचने का सिर्फ यह ही रास्ता है कि एछआईवी जो कि एड्ज फैलाने वाले रोगाणू संबंधी पूरी व सही जानकारी हासिल की जाए। सिविल सर्जन डा. प्रीत महिंदर सिंह ने कहा कि एचआईवी का वायरस मनुष्य शरीर के रोगों से लड़ने की शक्ति को प्रभावित करता है। एचआईवी असुरक्षित शारीरिक संबंध, दुषित रक्त चढ़ाने से, संक्रमित सूई या ब्लेड के इस्तेमाल से, एड्ज संक्रमित मां से उसकी होने वाली संतान को हो सकता है। इस बीमारी दौरान शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है। वजन कम हो जाता है, लगातार खांसी, बार-बार जुकाम, बुखार, सिरदर्द, थकान, हैजा, भूख न लगनी आदि इस बीमारी के लक्षण हैं। यह लक्षण नजर आने व नजदीकी सेहत केंद्र में एड्ज का निशुल्क जांच करवानी चाहिए। बीमारी या हादसे की अवस्था में जरूरत पड़ने पर संक्रमित रहित रक्त ही चढ़ाना चाहिए, जो कि रजिस्ट्रड बल्ड बैंक से ही लिया जाए। हर गर्भवती मां का एचआईवी टैस्ट जरूर करवाना चाहिए। यह बीमारी पीड़त व्यक्ति के साथ भोजन करने, बर्तन सांझा करने, हाथ मिलाने, गले मिलने, एक बाथरूम का इस्तेमाल करने, मच्छर व पशुओं के काटने से, खांसने व छींकने से नहीं फैलती है। इस बीमारी से बचने के लिए एड्ज पीड़ित व्यक्ति से असुरक्षित शरीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए तथा अपने साथी से वफादार रहना चाहिए, रक्त की अच्छी तरह जांच करके ही चढ़ाना चाहिए, उपयोग की गई सुई यां ब्लेड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। ओट कलीनिक काउंस्लर संदीप कुमारी ने एड्ज के कारण, लक्षणों, इलाज संबंधी विस्तारपूर्वक जानकारी सांझी करते हुए बताया कि इस वर्ष विश्व सेहत संगठन द्वारा विश्व एड्ज दिवस का थीम बराबर रखा गया है। मौके पर डिप्टी मास मीडिया अफसर, रमनदीप कौर, सुरिंदर पाल सिंह, अमनदीप सिंह, बलविंदर सिंह, परमजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
पुलिस अस्पताल में सेहत विभाग के सहयोग से विश्व एड्ज दिवस पर जागरूकता समारोह आयजित
Dec 01, 2022