चंडीगढ़ : अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन पर खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ के जत्थेदार अमृतपाल सिंह के समर्थकों की तरफ से हुए हमले के 24 घंटों बाद डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने चंडीगढ़ में पहली प्रतिक्रिया आई है कि वीरवार को हुए घटनाक्रम मामले में पुलिस कार्रवाई करेगी और मामला भी दर्ज किया जाएगा।
डीजीपी ने बताया कि घटना के समय एसएसपी रूरल सतिंदर सिंह खुद अजनाला थाने में मौजूद थे। बाहर इंटरनेशनल हॉकी प्लेयर जुगराज सिंह पुलिसकर्मियों के साथ डटे हुए थे। हमले में उन्हें 11 टांके लगे हैं। पुलिस घायल पुलिसकर्मियों के बयानों के आधार पर कार्रवाई करेगी। वीडियो फुटेज से चेहरों की पहचान की जाएगी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि अमृतपाल सिंह द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अनुमति मांगी थी जो हमने उनको दी। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि वह पुलिस के रोकने पर रुक जाएंगे। जिसके बाद पुलिस पर गुरु ग्रंथ पालकी साहिब की आड़ में पुलिस पर हमला किया, जिसमें 6 पुलिस कर्मी घायल हुए। ये हमला गुरू ग्रंथ साहिब जी महाराज की पालकी साहिब की आड़ में किया गया। डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि यह हमला पंजाबियों ने किया और शांतिमय प्रदर्शन कहते हुए गुरु ग्रंथ साहिब व पालकी साहिब की आड़ लेकर किया। वहीं चंडीगढ़ बॉर्डर पर निहंगों ने घोड़ों पर सवाल होकर हमला किया। यह अलार्मिंग स्थिति है और पुलिस इसके लिए रणनीति बना रही है।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि पंजाब आतंकवाद के दौर से गुजर चुका है। आतंकवाद का इसी पुलिस ने खात्मा किया। अब गैंगस्टरों से भी यही पुलिस लड़ रही है। यह समय संयम बनाने का है। पंजाब के माहौल को खराब करने की बार-बार कोशिश की जाती रही है। अब भी ऐसा हो रहा है। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।