दिल्ली : मुख्य सचिवों के सम्मेलन में भाग लेने गए हिमाचल के अधिकारियों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टोपी की राजनीति से बाहर निकलें और समय के साथ अपने में बदलाव लाएं। प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिवों के सम्मेलन में वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट विषय को लेकर हुई बात में यह सब कहा। उन्होंने टेक्नोलॉजी के साथ अपने आप में बदलाव लाने और चीजों को मॉडिफाई करके उसकी ब्रांडिंग करने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि हिमाचल के अफसर टोपी राजनीति से कभी बाहर ही नहीं निकल पाए।
सम्मेलन में इन विषयों पर हुई चर्चा :
दिल्ली में हुए मुख्य सचिवों के दूसरे सम्मेलन में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें जॉब क्रिएशन लघु उद्योग में रोजगार देना इन्वेस्टमेंट को बढ़ाना, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर जोर देना, GST, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, वोकल फॉर लोकल और जी-20 सम्मेलन शामिल रहे। प्रधानमंत्री ने मुख्य सचिवों के साथ एक-एक करके बैठक की।
शिमला में जी-20 सम्मेलन के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल नहीं :
प्रधानमंत्री मोदी ने इस सम्मेलन में हिमाचल के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जी-20 सम्मेलन के लिए शिमला में कोई बड़ा कॉन्फ्रेंस हॉल नहीं होने पर भी चिंता जताई। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के इस सम्मेलन के लिए राजधानी शिमला में कोई बड़ा सम्मेलन हॉल नहीं है, जिस वजह से यह सम्मेलन कहीं और करना पड़ रहा है। बता दें कि जी-20 सम्मेलन के लिए शिमला के ठियोग में वेन्यू तय किया गया है। हिमाचल में जी-20 के 2 सम्मेलन होने हैं।
पहला सम्मेलन धर्मशाला में जून में हुआ था :
सभी राज्यों के मुख्य सचिवों का पहला सम्मेलन 15 जून को धर्मशाला में हुआ था, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। धर्मशाला में यह 3 दिवसीय सम्मेलन किया गया था। इस सम्मेलन में केंद्र, राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के करीब 200 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इस सम्मेलन में नई शिक्षा नीति लागू करने, शासन व्यवस्था और फसल विविधीकरण के अलावा कृषि में आत्मनिर्भरता पर चर्चा की गई थी। इसके बाद दूसरा सम्मेलन 2 दिन पहले दिल्ली में हुआ।
प्रधानमंत्री ने कहा टोपी की राजनीति से बाहर निकलें : शिमला में जी-20 सम्मेलन के लिए कॉन्फ्रेंस हॉल नहीं
Jan 09, 2023