दिल्ली : केंद्रीय पंजाबी लेखक सभा(सेखों) के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो. संधू वरिआणवी के नेतृत्व में दोआबा साहित्य सभा गढ़शंकर, साहित्य कला मंच जालंधर, नवयुग साहित्य संस्था औड़, रोशन कला केंद्र गज्जर, दर्पण साहित्य सभा सैला खुर्द, कोमल कलावां व संगीत अकादमी फगवाड़ा से जुड़े पदाधिकारियों द्वारा आज सिंघू बार्डर दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन में हिस्सा ले कर केंद्र सरकार को खेती बिल तुरंत वापिस लेने की अपील की और सरकार खिलाफ तीखा रोष प्रदर्शन किया गया। इस मौके प्रो. संधू वरिआणवी ने किसानों की स्टेज से संबोधित करते कहा कि देश में इस समय कार्पोरेट घरानों व फिरकाप्रस्त ताक्तों के खिलाफ विश्व व्यापी आंदोलन छिड़ गया है और इसके नेतृत्व का श्रेय देश के अन्नदाता को मिला है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार कार्पोरेट अदारों को मजबूत करने के साथ साथ मेहनतकश वर्ग का गला घोंटना चाहती है किंतु ये मनसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के लेखक भाईचारा इस संघर्ष में किसानों व मजदूरों के साथ खड़ा है। इस मौके साहित्यकार अवतार संधू, जसवीर बेगमपुरी, आलोचक डा. अरविंदर कौर काकड़ा, गजलगो रनजीत सरांवाली, प्रो. जे.बी. सेखों, अमरीक हमराज, कहानीकार अजमेर सिद्धू, शायर मनोज फगवाड़वी सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार हाजिर थे।
प्रो. संधू वरिआणवी के नेतृत्व में लेखकों द्वारा सिंघू बार्डर किसानों के हक में प्रदर्शन
Jan 08, 2021