शिमला, 28 सितंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह ने शनिवार को कहा कि वह राज्य की सुरक्षा के लिए “बाहरी लोगों” की पहचान किये जाने के पक्ष में हैं, लेकिन वह भाजपा की विचारधारा या उसकी कार्यशैली से सहमत नहीं है।प्रतिभा सिंह की यह टिप्पणी कांग्रेस नेतृत्व द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह को उनके बयान के लिए दी गई हिदायत के एक दिन बाद आई है।
राज्य के लोकनिर्माण और शहरी विकास मंत्री सिंह ने घोषणा की थी कि रेहड़ी-पटरी पर दुकान लगाने वाले लोगों के लिए, खासकर खाद्य पदार्थ बेचने वालों के लिए, दुकान पर पहचानपत्र प्रदर्शित करने को अनिवार्य किया जाएगा, जिसके बाद विवाद उत्पन्न हो गया था। कांग्रेस ने कहा कि किसी को भी उसकी नीतियों और विचारधारा के खिलाफ जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। दिल्ली में ‘पीटीआई वीडियो’ से बात करते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया। सिंह ने यहां कांग्रेस महासचिव एवं संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी।
उन्होंने कहा, “राज्य की आंतरिक सुरक्षा के मद्देनजर बाहरी लोगों की पहचान कर उनके आने का उद्देश्य पता किया जाना चाहिए।”विक्रमादित्य सिंह की मां प्रतिभा सिंह ने कहा कि पार्टी आलाकमान लोगों की भावना से वाकिफ है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कहा था कि हमें नफरत छोड़कर प्यार फैलाना चाहिए और हम हमेशा इसका पालन करते हैं।” हिमाचल प्रदेश के कई स्थानों, विशेषकर शिमला में, संजौली में एक मस्जिद को गिराने की मांग को लेकर कुछ सप्ताह पहले हुए बड़े पैमाने पर प्रदर्शनों के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है। मस्जिद मुद्दे के बाद हिंदू दक्षिणपंथी समूहों ने हिमाचल प्रदेश में काम करने के लिए आने वाले प्रवासी श्रमिकों के पंजीकरण का मामला उठाया।
राज्य के हमीरपुर में शनिवार को देवभूमि संघर्ष समिति के बैनर तले सैकड़ों लोगों ने रैली निकाली और वक्फ बोर्ड को खत्म करने तथा प्रवासियों के सत्यापन की मांग की। प्रतिभा सिंह ने कहा, “देवभूमि के नाम से विख्यात हिमाचल प्रदेश एक शांतिपूर्ण राज्य है तथा यहां ऐसी घटनाएं कभी नहीं हुई हैं तथा राज्य के लोगों का कल्याण और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।”
उन्होंने कहा, “यह भाजपा की चाल है और अफवाहें फैलाई जा रही हैं और हम इस तरह के कृत्य की निंदा करते हैं… हम भाजपा की विचारधारा और कार्यशैली से अलग हैं और इसे स्वीकार नहीं करते हैं।” विक्रमादित्य सिंह के ऐलान पर विवाद होने के बाद राज्य सरकार ने स्पष्ट किया कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है।अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के हिमाचल प्रदेश प्रभारी राजीव शुक्ला ने बृहस्पतिवार को कहा कि रेहड़ी-पटरी वालों को लाइसेंस दिए जाएंगे और उनका नियमन किया जाएगा ताकि पुलिस उन्हें परेशान न कर सके।