होशियारपुर /दलजीत अजनोहा : पूर्व कैबिनेट मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता तीक्ष्ण सूद द्वारा जारी प्रेस नोट में पंजाब सरकार द्वारा ” पीक हॉर्स साय 6 से रात 10 बजे तक ” में उद्योगों पर 2 रुपए प्रति यूनिट सरचार्ज लगाने के आदेश की कड़ी निंदा की हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में कानून व्यवस्था की बिगड़ती हुई सिथति तथा गलत नीतियों के कारण पहले ही हजारों की संख्या में उद्योगिक इकाईयां पंजाब से पलायन कर चुकी हैं। पंजाब सरकार के इस फैसले से उद्योगों की वित्तीय सिथति पर गंभीर असर पड़ेगा हैं। उन्होंने याद दिलाया कि 2002 में कांग्रेस सरकार के समय पैदा हुए बिजली के गंभीर संकट को ठीक करने के लिए भाजपा-अकाली सरकार के आने पर चार थर्मल प्लांट लगाए थे। जिससे 2012 तक अतिरिक्त बिजली पैदा होनी शुरू हो गई थी जो कि अन्य राज्यों को बेचीं जाती थी। उस सरकार के 2017 तक के कार्यकाल में कोई भी कट नहीं लगता था तथा उद्योगों को 5 रूपए प्रति यूनिट बिजली की निरंतर सप्लाई होती थी। 2022 के चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी ने पंजाब के उद्योगपतिओं को ग्रान्टी दी थी कि उन्हें उद्योग के लिए 5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली मिलेगी, परन्तु अब हलात यह हो चुके हैं कि बिजली के बड़े-बड़े कट लग रहे हैं। उन कटों के कारण उद्योगों को दिन भर बिजली नहीं मिलती रात के समय की सप्लाई पर सरचार्ज लगा दिया हैं , जो कि पंजाब सरकार द्वारा उद्योगों के प्रति एक विनाशकारी कदम हैं। श्री सूद ने कहा कि पंजाब में पहले ही सबसे मंहगी बिजली मिल रही हैं। सरकार द्वारा लगाए गए सरचार्ज हॉर्स के कारण 10 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से उद्योगों को बिजली मिलेगी हैं। जिसके चलते उनका कार्य करना मुश्किल हो जायेगा । उन्होंने मांग कि पंजाब सरकार सभी वर्गों को परेशान करने वाले लम्बे -लम्बे बिजली कट्टों से मुक्ति दिलाये तथा जो प्रस्तावित सरचार्ज लगाया गया है, उसे तुरंत वापस ले।