एएम नाथ। चम्बा ; बैसाखी के आगमन के साथ ही अब आने वाली संक्रांति के दिन विश्व प्रसिद्ध कार्तिक स्वामी मंदिर कुगती (भरमौर) जिला चम्बा के कपाट भी श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। आपको बता दे कि सर्दियों में इस मंदिर के कपाट कुछ महीने के लिए बंद कर दिए जाते है और उसके पश्चात एक निर्धारित समय अवधि के बाद फिर से खोल दिए जाते है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है।
इस बारे में जब मंदिर के पुजारी मचला राम, किसो राम, दीपू शर्मा व लंगर सेवा समिति के प्रधान तिलक शर्मा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार और उनके आधार पर सर्दियों के महीना में अंद्रोल होने के कारण इस मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। उन्हें प्रत्येक वर्ष बैसाखी के दिन पूरे विधि विधान के साथ हवन कीर्तन व पूजन के बाद दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं के लिए खोले जाते हैं।
इस बार हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ने की संभावना है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अनुरोध करते हुए कहा कि 12 अप्रैल को कोई भी श्रद्धालु मंदिर में न आए। सभी श्रद्धालु रात को कुगती गांव में ही रहे तथा वहां आयोजित होने वाले शिव पूजन में हिस्सा ले। उन्होंने कहा कि मंदिर के कपाट 13 अप्रैल को सुबह 10:00 बजे खुलेंगे। उस समय तक सभी भक्तजन मंदिर में पहुंच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मंदिर में व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी श्रद्धालु सहयोग दें। उन्होंने कहा कि यह सर्वविदित है की परंपरा के अनुसार इस मंदिर के कपाट हर वर्ष एक निर्धारित समय पर बंद होते हैं तथा निर्धारित समय पर ही खोले जाते हैं।